प्रदेश के युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर मिलेगा रोजगार
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नये भारत का नया उत्तर प्रदेश इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ नये रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा। रोजगार सृजन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ठोस कार्य योजना के अनुरूप रोजगार सृजन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के कार्यों को और गति देने के लिए विषय विशेषज्ञों का सहयोग भी लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश के युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार समयबद्ध तरीके से रोजगार उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। ऐसे में स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर तैयार किए जाएं।” उन्होंने अधिकारियों को युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने के लिए कौशल विकास के कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
सूत्रों ने बताया कि सरकार उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए सेक्टरवाइज कार्य कर रही है। इसके लिए 10 सेक्टर में बांटकर कार्य किए जा रहे हैं। इन सेक्टर्स के साथ प्रदेश के सभी विभागों को इंटीग्रेट किया गया है। इन कार्यों की समीक्षा हर तीन महीने में मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं की जाती है और हर माह संबंधित मंत्री द्वारा समीक्षा की जाती है। योगी आदित्यनाथ ने कहा, “वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के कार्यों की निगरानी सीएम डैशबोर्ड द्वारा की जा रही है।” उन्होंने विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों से सीएम डैशबोर्ड का निरीक्षण करने का आग्रह किया, ताकि उन्हें प्रदेश सरकार की कार्यशैली से अवगत कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल, एजुकेशन, पर्यटन, निर्माण और विनिर्माण में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर की संभावनाएं हैं, और इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ-25 हमारे लिए प्रदेश की छवि को देश और दुनिया के सामने रखने का बेहतरीन अवसर है। महाकुंभ धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का समागम है। इस समागम से जुड़ने के लिए दुनिया लालायित है।” सीएम ने कहा कि महाकुंभ में रोजगार, कौशल विकास, ज्ञान और तकनीक पर विचार विमर्श होना चाहिए, ताकि रोजगार सृजन की संभावनाओं और वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के कार्यों को नई दिशा मिले। उन्होंने कहा कि हर जनपद में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा और टेलीमेडिसिन के कार्यों को और गति देनी होगी। इसके साथ ही, उन्होंने यूपीएसआरटीसी की बसों की संख्या और नए रूट तैयार करने के निर्देश भी दिए।