इस गंभीर लापरवाही की वजह से परिवार को गहरा मानसिक आघात हुआ है
जयपुर,संवाददाता : जयपुर के भट्टा बस्ती थाना इलाके में एक महीने की नवजात को एक्सपायर्ड वैक्सीन लगाने का मामला सामने आया है। बच्ची के पिता का आरोप है कि मामला गंभीर होने के बाद भी पुलिस ने एफआइआर दर्ज तक नहीं की है। सभी सबूत देने के बाद भी मामला जांच तक ही सीमित है।
पीड़ित का आरोप
जानकारी के मुताबिक चांदपोल बाजार निवासी अजय सोनी ने भट्टा बस्ती थाने में शिकायत दी है। इसमें बताया कि पत्नी प्रिया का उपचार कृष्णा क्लिनिक एवं नर्सिंग होम अस्पताल में डॉ. सुषमा शर्मा की निगरानी में चल रहा था। बेटी के जन्म के बाद उसका चिकित्सकीय परीक्षण अस्पताल में ही चला। एक महीने की बेटी आराध्या को लेकर 11 जुलाई को कृष्णा क्लिनिक पहुंचे जहां डॉ. केके खण्डेलवाल ने कहा कि उनके पास एक विशेष टीका है जिसकी कीमत पांच हजार रुपए है और लगवाने के 300 रुपए लगेंगे। इसके बाद दूसरा कोई टीका लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने पैसे जमा करवा दिए।
डॉक्टर पर 5300 रुपए की ठगी का आरोप
आरोप है कि डॉक्टर ने जो टीका लगाया वह मई 2025 में ही एक्सपायर्ड हो चुका था। जबकि टीकाकरण जुलाई में किया गया था। एक्सपायर्ड टीका लगाकर उनकी बच्ची की जान को खतरे में डाला गया। आरोप है कि डॉक्टर ने 5300 रुपए की ठगी की है। गंभीर लापरवाही बरती जिससे परिवार को गहरा मानसिक आघात हुआ है।
डॉक्टर्स कमेटी की जांच के बाद ही दर्ज होगी एफआइआर
गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार हम एफआइआर दर्ज नहीं कर सकते। जांच में ही रख सकते हैं। डॉक्टर्स कमेटी की जांच के बाद ही एफआइआर दर्ज होगी।