वाराणसी बीएचयू अस्पताल में शनिवार रात 8:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली
वाराणसी,संवाददाता : वाराणसी के प्रसिद्ध योग गुरु पद्मश्री स्वामी शिवानंद बाबा का शनिवार की रात निधन हो गया। बीएचयू अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, वह तीन दिन से अस्वस्थ होने के कारण अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार रात 8:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका शव देर रात दुर्गाकुंड स्थित उनके आश्रम लाया गया, जहां रविवार को उनका अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर किया जाएगा।
बाबा शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को अविभाजित बंगाल (अब बांग्लादेश) के श्रीहट्ट जिले के गांव हरिपुर में हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उनके माता-पिता भीख मांगकर अपनी आजीविका चलाते थे। चार साल की उम्र में माता-पिता ने उन्हें नवद्वीप निवासी योगी बाबा ओंकारानंद गोस्वामी को सौंप दिया था, ताकि वे बेहतर जीवन जी सकें। शिवानंद 6 साल के थे तभी उनके माता-पिता और बहन की मौत हो गई।
गरीबी और भूख से जूझते बचपन में बाबा शिवानंद ने छह साल की उम्र में ही योग को जीवन का आधार बना लिया था। उन्होंने अपने गुरु के सान्निध्य में आध्यात्मिक साधना शुरू की और पूरा जीवन स्वअनुशासन, सदाचार और योग साधना को समर्पित कर दिया।2022 में जब शिवानंद बाबा को पद्मश्री पुरस्कार मिला, उस समय वे 126 वर्ष के थे। राष्ट्रपति भवन में सम्मान लेने पहुंचे तो उन्होंने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नंदी मुद्रा में प्रणाम किया था। उनके योग कौशल ने देश-दुनिया का ध्यान खींचा था। महाकुंभ में भी उनका शिविर लगा था और उन्होंने संगम स्नान भी किया था।