सूची के आधार पर आयुक्त शिवम वर्मा ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे
इंदौर,संवाददाता : नगर निगम की रिमूवल टीम ने मंगलवार को भारी बारिश में दो स्थानों पर जर्जर मकानों पर कार्रवाई की। ये दोनों भवन पूर्व से जर्जर मकानों की सूची में थे, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई थी। इन मकानों को मानसून से पहले ही हटा दिया जाना था। दोनों स्थान पर कार्रवाई के दौरान निगम का रिमूवल अमला, अफसर और पुलिस बल भी मौजूद रहा।
अतिक्रमण दस्ते ने की कार्रवाई
अपर आयुक्त रोहित सिसौनिया के मुताबिक सूची के आधार पर आयुक्त शिवम वर्मा ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने पहली कार्रवाई जेल रोड (136 देवी अहिल्या मार्ग) पर स्थित हेमंत चिंतामण पाठक के मकान पर की। ये भवन कई वर्षों से अत्यंत जर्जर स्थिति में था, जिससे आसपास के रहवासी भी संकट में थे। दूसरी कार्रवाई राधेश्याम के इमली बाजार स्थित खतरनाक मकान पर हुई। ये मकान भी पूर्व से जर्जर स्थिति में था, नोटिस पर खतरनाक मकान के हिस्से को न तो हटाया और न मरमत की गई थी। गौरतलब है कि नगर निगम ने 90 से अधिक जर्जर मकान चिन्हित किए थे। 90 में से निगम ने महज 10 मकानों पर ही कार्रवाई की है।
इधर कार्रवाई उधर निगम मुख्यालय परिसर में दीवार गिरी
इंदौर नगर निगम शहर भर में जर्जर मकानों को चिन्हित कर कार्रवाई करता है, लेकिन निगम मुख्यालय परिसर में ही भवन जर्जर हो रहे हैं। मंगलवार को यहां स्थित कर्मचारी यूनियन कार्यालय की दीवार गिर गई। गनीमत रही कि जिस वक्त ये हादसा हुआ तब यहां कोई मौजूद नहीं था। कुछ देर पहले ही यहां यूनियन से जुड़े कई पदाधिकारी बैठे थे। शाम का वक्त होने के कारण परिसर खाली था। दिन के समय यहां बेहद भीड़ और चहल-पहल रहती है। जिस जगह हादसा हुआ उसके सामने स्थित बिल्डिंग भी जर्जर है। यहां भी बड़ा हदसा हो सकता है। पत्रिका इस खबर को पूर्व में भी प्रकाशित कर चेता चुका है, लेकिन जिमेदार नहीं जागे।