मामले ने फाइनेंस कंपनियों द्वारा किए जाने वाले धोखाधड़ी के मामलों को किया उजागर
फतेहगंज,संवाददाता : महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के शाखा प्रबंधक और अकाउंटेंट पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि दोनों ने एक महिला का जब्त किया गया थ्री व्हीलर बिना सूचना दिए एक अन्य व्यक्ति को बेच दिया। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब वाहन की मालिक को रोड टैक्स जमा करने का नोटिस मिला। गुरमुखी देवी, जो फतेहगंज पश्चिमी के गांव उनासी की निवासी हैं, ने 6 अक्टूबर 2011 को महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस की बरेली शाखा से थ्री व्हीलर फाइनेंस कर खरीदी थी। उन्होंने मासिक किस्त 5,009 रुपये तय की थी और नियमित रूप से किस्तें जमा कर रही थीं। लेकिन वाहन खराब होने के कारण कुछ समय तक वे किस्तें जमा नहीं कर पाईं। इसके बाद, 27 अगस्त 2013 को फाइनेंस कंपनी ने उनका वाहन जब्त कर लिया।
गुरमुखी देवी ने जब फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में जानकारी लेने के लिए संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि पहले बकाया रकम चुकाने के बाद ही वाहन से संबंधित जानकारी दी जाएगी। इसके बावजूद, जब उन्हें रोड टैक्स का नोटिस मिला, तो उन्हें पता चला कि उनका वाहन बिना किसी सूचना के किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया था।धोखाधड़ी के इस मामले का खुलासा होने के बाद, गुरमुखी देवी ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। कोर्ट के आदेश पर, फाइनेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक, अकाउंटेंट और वाहन को खरीदने वाले व्यक्ति अनीस के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला बिना सूचना के वाहन जब्त करने और उसे चोरी-छिपे दूसरे व्यक्ति को बेचने का है। इस घटना ने फाइनेंस कंपनियों द्वारा किए जाने वाले धोखाधड़ी के मामलों की गंभीरता को उजागर किया है, जिससे उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को और अधिक स्पष्ट किया है।