अस्पताल शिफ्ट किए जाने से हजारों ग्रामीणों में रोष व्याप्त
बाराबंकी,संवाददाता : 35 हजार से अधिक आबादी को अपनी स्वास्थ्य सेवाएं देने वाला 50 वर्ष पुराना राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा में शिफ्ट किए जाने की सूचना से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि दर्जनों गांवों व बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों के लिए यह चिकित्सालय एकमात्र स्वास्थ्य सेवा का स्रोत था। जहां प्रतिदिन दूर दराज क्षेत्रों से भी सैकड़ो की संख्या में लोग अपने मरीज को दिखाने व दवाई लेने आते हैं। अब इसे महादेवा में शिफ्ट किए जाने की बात से जहां आम लोगों व गांव के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि प्रवीण कुमार ने कड़ी नाराजगी जताई है। उधर अस्पताल को शिफ्ट किए जाने की सूचना पर भारतीय किसान यूनियन भदोरिया संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विशाल धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
बता दें कि विकास खंड रामनगर के ग्राम गनेशपुर स्थित 50 साल पुराना राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय शिफ्ट होने से ग्रामीणों की माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं। गणेशपुर आयुर्वेदिक चिकित्सालय से ग्राम बड़नपुर, लकडमंडी, फिरोजपुर, मीतपुर, लोहटी जई, रेली बाजार मढ़ना, लहडरा, दुर्गापुर, गोबरहा, लैन, तपेसिपाह और अन्य कई दूर-दूर के ग्राम पंचायतों के लोग इलाज के लिए आते हैं। इस क्षेत्र की कुल आबादी 35 हजार के करीब है। इन हजारों लोगों की सुरक्षा के लिए यह चिकित्सालय एक वरदान की तरह है। लेकिन अब इसे शिफ्ट करने की बात से लोगों में खासा नाराजगी है।