लोहिया संस्थान के विशेषज्ञों ने जागरूकता और समय पर इलाज को बताया जरूरी
लखनऊ, संवाददाता : विश्व एड्स दिवस पर डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की ओर से सोमवार को नगरीय स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण केन्द्र उजरियांव में जागरूकता कार्यक्रम हुआ। निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कहा सरकारी संस्थानों में एचआईवी का मुफ्त इलाज है। डॉक्टर की सलाह पर नियमित जांच कराएं। संक्रमित महिलाएं भी सामान्य शिशु को जन्म दे सकती हैं।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसडी कांडपाल ने बताया कि देश में एड्स संक्रमित लोगों की संख्या 2010 की तुलना में वर्तमान में काफी कम हो गई है। संस्थान के एमबीबीएस बैच-2023 के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक से एचआईवी संक्रमण फैलने की जानकारी दी। इसमें असुरक्षित यौन संबंध, एचआईवी संक्रमित खून को दूसरे व्यक्ति में चढ़ाने से, साझा की गयी संक्रमित सुइयों से एवं संक्रमित मां से उसके गर्भस्थ शिशु में। उन्होंने कहा कि बीमारी का भान होने पर तुरन्त यदि एचआईवी की जांच कराई जाए। एआरटी सेंटर से दवाओं का सेवन शुरू किया जाए, तो संक्रमित मरीज भी स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है। कार्यक्रम में डॉ. पीयूष कारीवाला, डॉ. रश्मि कुमारी समेत अन्य डॉक्टर व कर्मचारी मौजूद रहे।
उजरियांव में यूएचटीसी का उद्घाटन
उजरियांव में स्थापित शहरी स्वास्थ्य एवं प्रशिक्षण केंद्र (यूएचटीसी) का सोमवार को संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह ने उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र शहरी आबादी को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ चिकित्सा विद्यार्थियों के प्रशिक्षण को भी सुदृढ़ करेगा। यूएचटीसी इंचार्ज डॉ. रश्मि कुमारी ने बताया कि मातृ-शिशु स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोगों की रोकथाम, टीकाकरण और स्वास्थ्य शिक्षा केंद्र की प्रमुख प्राथमिकताएं होंगी। समुदाय चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. एसडी कंडपाल ने इसे आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का मॉडल बताया। कार्यक्रम में डॉ. पद्मजा सहित बड़ी संख्या में स्टाफ व स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
नर्सिंग छात्रों ने सड़क नाटक से किया जागरूक
संजय गांधी पीजीआई संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन और कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो राधा के नेतृत्व में विश्व एड्स दिवस पर ग्राम निगोहां, मोहनलालगंज में जनजागरूकता रैली व सड़क नाटक आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। शिक्षण स्टाफ की देख-रेख में एमएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष और बीएससी नर्सिंग चौथे वर्ष के कुल 55 छात्रों ने यह रैली सोमवार को प्रातः 9:30 बजे नग्राम क्रॉस से शुरू की। रैली करीब तीन किलोमीटर तक निकाली गई, जिसमें मुख्य सड़क से गुजरते हुए लोगों तक संदेश पहुंचाया गया।
छात्रों ने दो स्थानों पर सड़क नाटक प्रस्तुत कर लोगों को एचआईवी/एड्स के कारण, रोकथाम और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। इस वर्ष का थीम “विघ्नों पर विजय, एड्स प्रतिक्रिया में परिवर्तन” रहा। ग्रामीणों की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने संदेश को और प्रभावी बनाया। कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय में संवेदनशीलता बढ़ाना और संक्रमण को रोकने के प्रति जागरूकता फैलाना रहा।
























