देर रात मंदिर के पुजारी ने विधिविधान से पूजा अर्चना करके मंदिर के कपाट को बंद कर दिया गया है
प्रयागराज, संवाददाता : प्रयागराज में गंगा, यमुना के जल स्तर में वृद्धि जारी है। इससे संगम स्थित बड़े हनुमान जी को मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती ने देर रात 2.30 बजे प्रवेश कर स्नान करा दिया। बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में गंगा और यमुना का जल आना शुभ माना जाता है। गंगा और यमुना का जल पहुंचने के बाद विधि विधान से मंदिर के महंत बालवीर गिरी ने पूजार्चना और आरती की। मंदिर के महंत बलबीर गिरी महराज ने बताया कि यह पहली बार हो रहा है कि जुलाई माह में तीनों पवित्र नदियों ने दूसरी बार बड़े हनुमान जी को स्नान कराया है।
मंगलवार को माँ गंगा यमुना हनुमानजी को स्नान करने के बाद वापस चली गई थी लेकिन लगातार हो रही बारिश के बीच जलस्तर तेज़ी से बढ़ने के कारण दूसरी बार माँ गंगा यमुना माँ ने हनुमानजी को दूसरी बार स्नान करवा दिया है। देर रात मंदिर के पुजारी ने विधिविधान से पूजा अर्चना करके मंदिर के कपाट को बंद कर दिया गया है और मां गंगा और यमुना के साथ साथ बड़े हनुमान जी से लोगों के कल्याण की कामना की गई। पूजन के बाद बड़े हनुमान मंदिर के कपाट को बंद कर दिया गया है।
जगद्गुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज का कहना है कि यह बहुत बड़े सौभाग्य का सूचक है कि बहुत कुछ शीघ्र अच्छा होने वाला है क्योंकि कल गुरुवार को तीनों पवित्र नदियां बड़े हनुमान जी महराज को स्नान कराकर वापस लौटी थी लेकिन रात में फिर बड़े हनुमान जी महराज को स्नान करा दिया। उन्होंने कहा कि यह समाज, प्रदेश और देश के विकास, सौभाग्य का सूचक है कि बहुत कुछ अच्छा होने वाला है।
मंदिर में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ हो रहा है, बाढ़ का पानी नीचे उतरने तक के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। श्रद्धालु मंदिर के बाहर से ही बड़े हनुमान जी के दर्शन पूजन कर रहे हैं। इस साल आई बाढ़ के बाद हनुमान मंदिर कॉरिडोर के दूसरे फेज का कार्य रोक दिया गया है। यमुना नदी का जलस्तर 81.54 मीटर और गंगा नदी का जलस्तर 80.97 मीटर पहुंचने पर गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर जाता है।