लंबे समय से न्यायालय में विचाराधीन था मामला, अदालत ने वन विभाग के पक्ष में सुनाया फैसला
बहराइच,संवाददाता : बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग अंतर्गत मूर्तिहा रेंज में वन विभाग ने रविवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए लक्कड़ शाह समेत चार मजारों को अतिक्रमण बताते हुए ध्वस्त कर दिया। विभाग की ओर से इस कार्रवाई में आधा दर्जन से अधिक बुलडोजर लगाए गए और अब मलबा हटाने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। वन विभाग के अनुसार, यह संरचनाएं कोर जोन क्षेत्र में स्थित थीं, जो संरक्षित वन्य जीवों के आवास क्षेत्र में आता है। विभाग ने बताया कि इन मजारों के प्रबंधकों को पहले ही बेदखली के नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन स्वेच्छा से अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई करनी पड़ी। वन प्रभागीय अधिकारी (DFO) ने जानकारी दी कि, “यह मामला लंबे समय से न्यायालय में विचाराधीन था। अदालत ने वन विभाग के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत अतिक्रमण हटाया गया।”
मजार प्रबंधन समिति ने किया विरोध
दूसरी ओर, मजार प्रबंधन समिति ने इस कार्रवाई पर नाराज़गी जताई है। समिति के अध्यक्ष रईस अहमद ने कहा कि, “यह मजारें सौहार्द और एकता की प्रतीक रही हैं। यहां सदियों से मेला लगता रहा है जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक श्रद्धालु हिंदू समुदाय से आते हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि, “वन विभाग पहले इन्हीं मेलों के लिए बोली लगाता था, अब इन्हीं स्थलों को अतिक्रमण बता रहा है।”
प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज़ों में केवल 1986 का एक कागज उपलब्ध था, लेकिन वन विभाग का कहना है कि उस से पहले की वैधता या स्वामित्व के कोई साक्ष्य नहीं मिल पाए। साथ ही, विभाग का तर्क है कि यह पूरा इलाका टाइगर रिजर्व सेंचुरी का हिस्सा है और वहां मानवीय गतिविधियों से संरक्षित प्रजातियों को खतरा हो सकता है।