बैंक में बिना “सुविधाशुल्क” के नहीं हो पाती थी किसी ऋण की स्वीकृति
शाहाबाद,संवाददाता : मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना में ऋण स्वीकृति के बदले 50 हजार रुपये की रिश्वत की माँग करने वाले बैंक ऑफ इंडिया के लोन अधिकारी को सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह मामला लंबे समय से चर्चित था और आखिरकार भ्रष्टाचार की पुष्टि हो गई।
जानकारी के अनुसार, उपासना वर्मा पत्नी रमेशचन्द्र वर्मा निवासी मोहल्ला चौक ने मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना में ब्यूटी पार्लर खोलने के लिए ऋण के लिए आवेदन किया। आवेदन की सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद यह ऋण स्वीकृति के लिए बैंक ऑफ इंडिया शाखा शाहाबाद भेजा गया। शाखा में कार्यरत ऋण अधिकारी शोभित श्रीवास्तव ने आवेदनकर्ता से ऋण स्वीकृति के बदले 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। इसके बाद आवेदिका ने सीबीआई लखनऊ को इसकी शिकायत की। सीबीआई की टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए शनिवार को बैंक शाखा पर छापा मारा और ऋण अधिकारी को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सीबीआई टीम ने बैंक का गेट बंद कर देर रात तक बैंक के अभिलेखों की जांच की। उसके बाद सीबीआई की टीम लोन अधिकारी को अपने साथ लखनऊ ले गई। वहां उससे पूछताछ के बाद उसे सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है कि 2023 में सहोरा गांव निवासी मृतक गजोधर के खाते से 22 हजार रुपये निकाल लिए गए थे, जिसकी शिकायत उसकी पुत्री ने की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। शाहाबाद शाखा में बिना “सुविधाशुल्क” के कोई ऋण स्वीकृति नहीं हो पाती थी। अब इस शाखा से भ्रष्टाचार का एक स्तम्भ आखिरकार गिरा।