देववाणी की अनुसरण में शुभ मुहूर्त की अहमियत पर जोर
लखनऊ,संवाददाता : साल 2025 में 16 जनवरी से मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाएगा। हरिद्वार के प्रसिद्ध आचार्य के अनुसार, सनातन धर्म में सदैव शुभ मुहूर्त देखकर ही कार्यों को संपन्न करने का विधान है। उन्होंने बताया कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों में विघ्न नहीं आते हैं। इस दौरान, आचार्य ने बताया कि 16 दिसंबर से पौष मास शुरू होने के साथ ही सूर्य के धनु राशि में होने के कारण इस समय खरमास चल रहा है, और सूर्यदेव के मकर राशि में गोचर करने के बाद 14 जनवरी से शुभ कार्य शुरू होंगे। 2025 में कुल 105 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त होंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन शुभ मुहूर्तों में विवाह करने से दांपत्य जीवन सुखमय रहता है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि शुभ लग्न में किए गए शुभ कार्यों से जीवन में परेशानियां कम होती हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस साल जनवरी में 8, फरवरी में 10, मार्च में 6, अप्रैल में 10, मई में 11, जून में 4, जुलाई में 8, अगस्त में 13, सितंबर में 9, अक्टूबर में 13, नवंबर में 14 और दिसंबर में 3 दिन शुभ मुहूर्त के होंगे। चर्तुमास में देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा।
इन तिथियों पर रहेगा शुभ मुहूर्त:
- जनवरी: 16, 17, 18, 19, 21, 22, 24, 30
- फरवरी: 4, 7, 13, 14, 15, 18, 19, 20, 21, 25
- मार्च: 3, 5, 6, 7, 11, 12
- अप्रैल: 14, 16, 18, 19, 20, 21, 22, 25, 29, 30
- मई: 1, 5, 6, 7, 8, 12, 15, 17, 18, 19, 28
- जून: 1, 2, 4, 7
- जुलाई: 11, 12, 13, 20, 21, 28, 29, 31
- अगस्त: 1, 3, 6, 7, 8, 9, 13, 17, 18, 24, 25, 28, 29
- सितंबर: 1, 2, 3, 4, 5, 22, 26, 27, 29
- अक्तूबर: 1, 2, 3, 7, 11, 22, 24, 26, 27, 28, 29, 30, 31
- नवंबर: 2, 3, 7, 8, 12, 13, 22, 25, 24, 25, 26, 27, 29, 30
- दिसंबर: 4, 5, 6