वार्षिक बैठक में बोले, बढ़ाई जाए स्लम एरिया के बच्चों की प्रतिभागिता
कानपुर,संवाददाता : महाराष्ट्र के नासिक जिले के मीनाताई ठाकरे स्टेडियम इनडोर हॉल में आयोजित 18वीं राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता (30 मई – 1 जून) में उत्तराखंड के महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों ने विभिन्न भार वर्गों में शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के जाने-माने निर्णायक सुनील चतुर्वेदी को मुख्य निर्णायक के रूप में चयनित किया गया था। उन्होंने अपने कुशल निर्णयों से प्रतियोगिता में उत्कृष्ट योगदान दिया, जिसके लिए उन्हें ग्रेपलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आईपीएस ओपी नरवाल द्वारा सम्मानित किया गया।
निर्णायक परीक्षा में सफलता, उच्च श्रेणी में प्रमोशन
प्रतियोगिता के दौरान आयोजित उच्च स्तरीय निर्णायक परीक्षा में भी सुनील चतुर्वेदी ने भाग लिया और सफलता हासिल की। इसके साथ ही उन्हें उच्च स्तरीय राष्ट्रीय निर्णायक की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है। यह उनके अनुभव और विशेषज्ञता का प्रतीक है।
राष्ट्रीय स्तर पर खेल नीति पर रखा सारगर्भित सुझाव
प्रतियोगिता के साथ आयोजित वार्षिक बैठक में सुनील चतुर्वेदी ने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा:
“देश के विभिन्न राज्यों के स्कूलों में खेल शिविर आयोजित किए जाएं ताकि स्लम एरिया के बच्चों को भी खेलों में आगे आने का अवसर मिल सके।”
उनके इस सुझाव को सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने समर्थन दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि खेल का भविष्य जमीनी स्तर पर मजबूत करने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं।
बधाइयों का तांता
सुनील चतुर्वेदी की इस उपलब्धि पर कई खेल पदाधिकारियों ने बधाई दी:
रविकांत मिश्रा – महासचिव, ग्रेपलिंग एसोसिएशन ऑफ यूपी
सात्विक तिवारी – वरिष्ठ उपाध्यक्ष
पवन सिंह चौहान – अध्यक्ष
मुल्तान सिंह राणा, शिवकुमार पांचाल (संस्थापक)
सीमा राणा – कार्यालय सचिव
डॉ. आलोक श्रीवास्तव – अध्यक्ष, ग्रेपलिंग एसोसिएशन ऑफ कानपुर