रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका अहम
नई दिल्ली, संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम को राजधानी में भारतीय जनता पार्टी के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के घर जा कर मुलाकात की और उन्हें जन्म दिन की बधाई दी। पीएम मोदी ने इस मुलाकात की फोटो सहित जानकारी सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा , ” उन्होंने (आडवाणी ने) देश की महती अविस्मरणीय सेवा की है और उनसे हम सभी को बड़ी प्रेरणा मिली है।”
इससे पहले मोदी ने सुबह एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से आडवाणी को जन्म दिन की बधाई दी थी। उन्होंने अपने बधाई संदेश में लिखा, “श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई। एक महान दूरदर्शिता और बुद्धिमत्ता से संपन्न राजनेता आडवाणी जी का जीवन भारत की प्रगति को मजबूत करने के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने हमेशा निस्वार्थ कर्तव्य और दृढ़ सिद्धांतों की भावना को अपनाया है। उनके योगदान ने भारत के लोकतांत्रिक और सांस्कृतिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है। ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करे।”
आडवाणी की आज 98वीं वर्षगांठ है। उनका जन्म 08 नवंबर 1927 को अविभाजित भारत के कराची शहर में हुआ था। वह शुरू से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और जनसंघ (भारतीय जनता पार्टी की पूर्ववर्ती) से जुड़े रहे। वह 1970 के दशक में केंद्र में बनी पहली गैर कांग्रेसी मोरारजी देसाई सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री थे। वह 1990 के दशक के अंत और 2000 के शुरू में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे और गृहमंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग का प्रभार संभाला।
आडवाणी 2004-2009 तक लोक सभा में विपक्ष के नेता थे। अयोध्या रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका ने देश की राजनीति पर गहरा प्रभाव छोड़ा। प्रधानमंत्री शुक्रवार शाम अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे और वहां से बिहार विधान सभा के दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में भाग लेने सीतामढ़ी गये थे। वहां से लौटने के बाद वह श्री आडवाणी से मिलने उनके घर गये थे।























