राहुल गांधी पर भी निशाना साधा, कहा कि बुलडोजर पर सभी का हाथ फिट नहीं हो सकता
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर तंज कसा। कहा कि अब टीपू भी सुल्तान बनने के हसीन सपने देख रहे हैं। उन्होने अखिलेश के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। कहा कि बुलडोजर पर सबका हाथ फिट नहीं हो सकता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो, वही बुलडोजर चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे।
योगी बुधवार को लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में ये सब बातें कहीं। योगी ने आगे संबोधन में कहा कि 2017 के पहले जो लोग प्रदेश में लूट खसोट मचाए थे, आज जब उनके सपनों पर पानी फिर चुका है तो अब टीपू भी सुल्तान बनने चले हैं। कई वर्ष पहले एक धारावाहिक आया था, मुंगेरीलाल के हसीन सपने। आज ये भी यही सपने देख रहे हैं। जब जनता ने इन्हें अवसर दिया था तब इन्होंने प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। यहां के युवाओं के सामने, व्यापारियों के सामने, उद्यमियों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था।
बोले योगी, यदि आपमें योग्यता और क्षमता है तो आपका सेलेक्शन कोई रोक नहीं सकता
योगी ने प्रदेश के युवाओं को आश्वस्त करते हुये कहा “ यदि आपमें योग्यता और क्षमता है तो आपका सेलेक्शन जरूर होगा। इसके बाद भी यदि कोई बैरियर बनेगा तो उस बैरियर को हटाने का काम हम करेंगे। जो लोग फिर भी बेईमानी और भ्रष्टाचार फैलाएंगे उनकी संपत्ति को कुर्क करके गरीबों में वितरित करने का भी काम करेंगे।”
1334 अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन को नियुक्ति प्रत्र बाँटे
योगी ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित 1334 अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन को नियुक्ति प्रत्र प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज यहां नियुक्ति पाने वालों में हर अपने-अपने ज़िलों का प्रतिनिधित्व दिखता है। न जाति का भेद, न क्षेत्र का। केवल प्रतिभा और आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए प्रतिभाशाली युवाओं को नियुक्ति की प्रक्रिया से जोड़ा गया है।
पहले जाति-जाति को और मजहबों को आपस में लड़ाने का काम होता था
योगी ने कहा कि पहले जनता ने जिन लोगों को अवसर दिया था, उन्होंने अपनी अराजक और भ्रष्टाचारी गतिविधियों से पहचान का संकट खड़ा किया। फिर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का काम किया था। पहले जाति-जाति को लड़ाया, फिर मत और मजहबों को आपस में लड़ाने का काम किया।