एनआरएलएम की टीम सीडीओ के निर्देश पर पूरी की थी यह पहल
प्रयागराज,संवाददाता : 13 जनवरी से संगम की रेती पर शुरू हुआ महाकुंभ बुधवार को महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान के साथ सम्पन्न हो गया। इस अवसर पर दुनिया भर से आए श्रद्धालुओं और मेहमानों ने इस धार्मिक आयोजन का अनुभव किया। महाकुंभ में आए श्रद्धालु संगम की रज और त्रिवेणी का पवित्र जल अपने साथ ले गए।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने इस आयोजन को और खास बनाने के लिए 143 देशों में पवित्र अक्षयवट के पत्ते भेजने की पहल की। इसके लिए 200 विशेष बॉक्स तैयार किए गए थे, जिसमें पवित्र अक्षयवट के पत्ते और संगम का जल एक कलश में भरकर रखा गया था। यह पहल सीडीओ के निर्देश पर एनआरएलएम की टीम ने पूरी की थी। महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिकों और 70 अन्य देशों से आए अतिथियों को यह पवित्र स्मृति बॉक्स भेंट किए गए, ताकि वे इस महान धार्मिक आयोजन की पावन अनुभूति अपने देश तक ले जा सकें।
पर्यटन विभाग के अनुसार, 15 फरवरी तक चार करोड़ से अधिक विदेशी श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे, जिनमें आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अमेरिका, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रिका, नेपाल, श्रीलंका सहित कई अन्य देशों के श्रद्धालु शामिल थे। इस आंकड़े में और वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि अंतिम आकलन के बाद इसे अपडेट किया जाएगा।