महाकुंभ रोजगार सृजन और आर्थिक सशक्तिकरण का भी एक मजबूत माध्यम बन गई है यह सेवा
प्रयागराज,संवाददाता : प्रयागराज महाकुंभ इस बार न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि स्थानीय किसानों और व्यापारियों के लिए भी एक सुनहरा अवसर साबित हो रहा है। श्रद्धालुओं के लिए हर दिन बनाए जा रहे महाप्रसाद की आपूर्ति हेतु प्रयागराज और उसके आसपास के क्षेत्रों से बड़ी मात्रा में सब्जियाँ, अनाज, दूध और अन्य आवश्यक सामग्रियाँ खरीदी जा रही हैं।
इससे स्थानीय किसानों को लाखों रुपए की आमदनी हो रही है, जो उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस वर्ष महाकुंभ में अदाणी समूह और इस्कॉन के सहयोग से की जा रही ‘नारायण सेवा’ ने न केवल लाखों श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराया, बल्कि स्थानीय कृषि और व्यापारिक क्षेत्र को भी नई ऊँचाइयाँ प्रदान की हैं। सामान्य दिनों में प्रतिदिन लगभग 70,000 से 80,000 श्रद्धालु महाप्रसादी का आनंद लेते हैं, जबकि शाही स्नान के विशेष अवसरों पर यह संख्या 2.5 लाख से तीन लाख तक पहुँच जाती है।
महाप्रसाद में प्रयुक्त होने वाली 9,000 किलो सब्जियों की आपूर्ति स्थानीय किसानों से की जा रही है, और शाही स्नान के दौरान यह संख्या बढ़कर 33,600 किलो तक पहुँच जाती है। इस प्रकार, किसानों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल रहा है। इस विशाल सेवा को संचालित करने के लिए 3,000 से अधिक लोग प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं, और 1,000 से अधिक लोग प्रतिदिन भोजन परोसने की सेवा में जुटे हुए हैं। महाकुंभ के इस आयोजन ने 10,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्रदान किया है।
इससे न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है, बल्कि आर्थिक समृद्धि भी बढ़ रही है। अदाणी समूह और इस्कॉन ने ‘नारायण सेवा’ के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया है कि जब बड़े संगठन सामाजिक उत्तरदायित्व को समझकर कार्य करते हैं, तो इसका व्यापक और सकारात्मक प्रभाव पूरे समाज पर पड़ता है।