महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र बनाने पर चर्चा होनी चाहिए न कि सोशल मीडिया पर रील्स बनाने पर
प्रयागराज,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेला इन दिनों कई घटनाओं और बयानों के कारण सुर्खियों में है। मेला स्थल पर इंदौर से आई माला विक्रेता मोनालिसा और आईआईटी बाबा अभय सिंह अपनी-अपनी वजहों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। मोनालिसा की नीली आंखों और उनकी सादगी के कारण लोग उन्हें ‘मोनालिसा’ कहकर पुकारने लगे हैं। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिस पर प्रतिक्रिया देने के बजाय बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ में हो रही घटनाओं पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है। महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र बनाने पर चर्चा होनी चाहिए, न कि सोशल मीडिया पर रील्स बनाने पर। महाकुंभ संस्कृति का कुंभ है, न कि वायरल वीडियो का।”महाकुंभ मेला विभिन्न विवादों और बयानों के कारण अधिक चर्चा में है, और इससे जुड़ी घटनाओं पर अब पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा, “महात्मा की महिमा मंडल एक-दो दिन हो गया, अब हमें यह सोचना चाहिए कि सनातन धर्म कैसे बच सकता है और हिंदुत्व कैसे आगे बढ़ेगा। साथ ही, उन लोगों की घर वापसी पर भी विचार होना चाहिए जो हिंदू थे, लेकिन अब नहीं हैं।” वहीं, आईआईटी बाबा अभय सिंह, जो महाकुंभ में धर्म, विज्ञान, आध्यात्म और राजनीति पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं, ने देश की राजनीति को लेकर अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा, “देश की राजनीति अब जाति और धर्म के आधार पर चल रही है, जो ठीक नहीं है। पीएम मोदी को कर्मयोगी बताते हुए बाबा अभय सिंह ने कहा कि उनकी जीवन यात्रा तपस्या की मिसाल है, क्योंकि बिना फल की इच्छा किए किसी अन्य के लिए जीवन समर्पित करना कठिन कार्य है।”