गैंगरेप के बाद मर्डर की आशंका, घटना की जांच के लिए बनाई गई हैं तीन अलग-अलग पुलिस की टीमें
लखनऊ,संवाददाता : मलिहाबाद में मरणासन्न हालत में मिली युवती की मौत के बाद पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सेंगर ने सख्त कदम उठाया है। लापरवाही पाए जाने पर आलमबाग थाने के प्रभारी निरीक्षक, चौकी प्रभारी आलमबाग बस स्टैंड, रात्रि अधिकारी आलमबाग, और बस स्टैंड ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों सहित कुल सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
इस घटना की जांच के लिए तीन अलग-अलग पुलिस टीमें बनाई गई हैं। गौरतलब है कि 18 मार्च की रात करीब 1.30 बजे अयोध्या जिले की रहने वाली एक युवती वाराणसी से इंटरव्यू देकर आलमबाग बस अड्डे पर उतरी थी। युवती ऑटो रिक्शा में सवार होकर चिनहट स्थित अपने भाई के घर जा रही थी। इस दौरान युवती मोबाइल फोन के जरिए अपने परिजनों के संपर्क में थी। जब ऑटो चालक को युवती के गलत रास्ते पर ले जाने का संदेह हुआ, तो उसने अपनी लोकेशन परिजनों को भेजी, जो मोहम्मद नगर तालुकेदारी थाना मलिहाबाद के पास दिखाई दे रही थी।
परिजनों की सूचना के आधार पर मलिहाबाद पुलिस ने युवती को मोहम्मद नगर तालुकेदारी क्षेत्र के एक आम के बाग में अचेत अवस्था में पाया। पुलिस ने तुरंत उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई। पुलिस आयुक्त ने इस मामले में गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया। मामले की जांच अब तेज़ी से चल रही है।