थीम – “मानवता का फ्रेम : जहां करुणा मिलती है सिनेमाई प्रतिभा से”
लखनऊ, संवाददाता : राजधानी लखनऊ में 25 अक्टूबर से दो दिवसीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। मानवता का फ्रेम : जहां करुणा मिलती है सिनेमाई प्रतिभा से थीम पर आधारित यह फेस्टिवल करुणा, संवेदना और रचनात्मकता का संदेश देने वाला होगा।
पर्यटन विभाग के सहयोग से एमरन फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह फेस्टिवल 25 और 26 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में होगा। आयोजक रेणुका टंडन ने बताया कि फेस्टिवल में तमिल, मलयालम, बांग्ला, गुजराती, हिंदी और अंग्रेजी समेत विभिन्न भाषाओं में बनी 20 लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। ये सभी फिल्में सशक्त कहानी और मानवीय भावनाओं को उभारने वाली हैं। फेस्टिवल का शुभारंभ पूर्व सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी और दृश्य कलाकार व फिल्मकार धीरज सिंह करेंगे। कार्यक्रम में भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान की विशेष स्क्रीनिंग्स, स्वतंत्र फिल्मकारों की प्रस्तुतियां और छात्र निर्देशकों की कहानियां शामिल होंगी। ये कहानियां समाज में परिवर्तन और संवेदना का संदेश देंगी।
पहले दिन कथाकार लक्ष्य माहेश्वरी का काव्यात्मक सत्र “द स्टोरी ऑफ फोर असिस्टेंट्स” आयोजित होगा। दूसरे दिन प्रसिद्ध नृत्यांगना संयुक्ता सिन्हा अपनी प्रस्तुति “सेक्रेड बेल्स” के माध्यम से मंच पर करुणा और शक्ति का भाव प्रस्तुत करेंगी। इसके अलावा अभिनेत्री हुमा कुरैशी और लेखक/निर्देशक सनी सिंह “सलमा महारानी – विमन एंड आइडेंटिटी इन मॉडर्न इंडियन सिनेमा” विषय पर संवाद करेंगे। वहीं, फिल्मकार ज्योति कपूर दास और पूर्व विजेता निर्देशक एक परिचर्चा में भाग लेंगे, जिसमें फिल्म महोत्सवों की भूमिका और स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के लिए उनके महत्व पर चर्चा होगी। कार्यक्रम निदेशक गौरव द्विवेदी ने बताया कि यह फेस्टिवल भारतीय सिनेमा का जश्न मनाने और सुर्खियों में आने लायक कहानियों वाले नवोदित फिल्म निर्माताओं को मंच देने का प्रयास है। यह उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातावरण बनाने का उपयुक्त मंच साबित होगा।























