ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
दिनांक – 18 सितम्बर 202
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत –1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – शुक्ल
तिथि – पूर्णिमा सुबह 08:41 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद दोपहर 12:45 तक तत्पश्चात उत्तर भाद्रपद
योग – गण्ड रात्रि 02:50 तक तत्पश्चात वृद्धि
राहुकाल – दोपहर 12:00 से दोपहर 01:30 तक
सूर्योदय – 05:56 सूर्यास्त- 18:04
दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण – भाद्रपदी पूर्णिमा,संयासी चतुर्मास समाप्त,प्रतिपदा का श्राद्ध,
पंचक : प्रतिपदा क्षय तिथि,खंडग्रास चंद्रग्रहण पूरे हिंदुस्तान में ग्रहण कहीं भी नहीं है ग्रहण का कोई भी प्रभाव पूरे हिंदुस्तान में कहीं भी किसी भी कोने पर नहीं होगा किसी भी नक्षत्र किसी भी राशि पर प्रभाव इसका नहीं है
पितृ पक्ष में अलग-अलग तिथियों पर श्राद्ध करने से अलग-अलग लाभ मिलते हैं: पूर्णिमा तिथिइस दिन श्राद्ध करने से धन, ऐश्वर्य, बुद्धि, बल, सुख आदि की प्राप्ति होती है. इस दिन अगस्त्य मुनि का तर्पण किया जाता है. प्रतिपदा तिथिइस दिन श्राद्ध करने से अक्षय धन और संपत्ति मिलती है. द्वितीया तिथिइस दिन श्राद्ध करने से सुख, सुविधाओं, ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति होती है. तृतीया तिथिइस दिन श्राद्ध करने से अक्षय धन मिलता है, दुखों से मुक्ति मिलती है और दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है. चतुर्थी तिथिइस दिन श्राद्ध करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और हर दिशा में उन्नति होती है. पंचमी तिथिइस दिन श्राद्ध करने से अकूत धन और संपत्ति मिलती है, निधन के बाद स्वर्ग की प्राप्ति होती है. अष्टमी तिथिइस दिन श्राद्ध करने से सुख और समृद्धि के साथ सिद्धियां प्राप्त होती हैं.
नवमी तिथि
इस दिन श्राद्ध करने से मनोवांछित जीवनसाथी की प्राप्ति होती है.
अमावस्या तिथि
इस दिन श्राद्ध करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है I
श्राद्ध में पालने योग्य नियम
17 सितम्बर 2024 मंगलवार से महालय श्राद्ध आरम्भ हो गया है । श्रद्धा और मंत्र के मेल से पितरों की तृप्ति के निमित्त जो विधि होती है उसे ‘श्राद्ध’ कहते हैं। हमारे जिन संबंधियों का देहावसान हो गया है, जिनको दूसरा शरीर नहीं मिला है वे पितृलोक में अथवा इधर-उधर विचरण करते हैं, उनके लिए पिण्डदान किया जाता है। बच्चों एवं संन्यासियों के लिए पिण्डदान नहीं किया जाता। विचारशील पुरुष को चाहिए कि जिस दिन श्राद्ध करना हो उससे एक दिन पूर्व ही संयमी, श्रेष्ठ ब्राह्मणों को निमंत्रण दे दे। परंतु श्राद्ध के दिन कोई अनिमंत्रित तपस्वी ब्राह्मण घर पर पधारें तो उन्हें भी भोजन कराना चाहिए।भोजन के लिए उपस्थित अन्न अत्यंत मधुर, भोजनकर्ता की इच्छा के अनुसार तथा अच्छी प्रकार सिद्ध किया हुआ होना चाहिए। पात्रों में भोजन रखकर श्राद्धकर्ता को अत्यंत सुंदर एवं मधुर वाणी से कहना चाहिए कि
‘हे महानुभावो ! अब आप लोग अपनी इच्छा के अनुसार भोजन करें। श्रद्धायुक्त व्यक्तियों द्वारा नाम और गोत्र का उच्चारण करके दिया हुआ अन्न पितृगण को वे जैसे आहार के योग्य होते हैं वैसा ही होकर मिलता है।
श्राद्धकाल में शरीर, द्रव्य, स्त्री, भूमि, मन, मंत्र और ब्राह्मण-ये सात चीजें विशेष शुद्ध होनी चाहिए ।
श्राद्ध में तीन बातों को ध्यान में रखना चाहिएः शुद्धि, अक्रोध और अत्वरा (जल्दबाजी नही करना)। श्राद्ध में मंत्र का बड़ा महत्त्व है। श्राद्ध में आपके द्वारा दी गयी वस्तु कितनी भी मूल्यवान क्यों न हो, लेकिन आपके द्वारा यदि मंत्र का उच्चारण ठीक न हो तो काम अस्त-व्यस्त हो जाता है। मंत्रोच्चारण शुद्ध होना चाहिए और जिसके निमित्त श्राद्ध करते हों उसके नाम का उच्चारण भी शुद्ध करना चाहिए। जिनकी देहावसना-तिथि का पता नहीं है, उनका श्राद्ध अमावस्या के दिन करना चाहिए।
हिन्दुओं में जब पत्नी संसार से जाती है तो पति को हाथ जोड़कर कहती हैः
मुझसे कुछ अपराध हो गया हो तो क्षमा करना और मेरी सदगति के लिए आप प्रार्थना करना।’ अगर पति जाता है तो हाथ जोड़ते हुए पत्नी से कहता है जाने-अनजाने में तेरे साथ मैंने कभी कठोर व्यवहार किया हो तो तू मुझे क्षमा कर देना और मेरी सदगति के लिए प्रार्थना करना। हम एक दूसरे की सदगति के लिए जीते जी भी सोचते हैं, मरते समय भी सोचते हैं और मरने के बाद भी सोचते हैं।
श्राद्ध सम्बन्धी बातें
श्राद्ध कर्म करते समय जो श्राद्ध का भोजन कराया जाता है, तो ११.३६ से १२.२४ तक उत्तम काल होता है l गया, पुष्कर, प्रयाग और हरिद्वार में श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है l गौशाला में, देवालय में और नदी तट पर श्राद्ध करना श्रेष्ठ माना गया है सोना, चांदी, तांबा और कांसे के बर्तन में अथवा पलाश के पत्तल में भोजन करना-कराना अति उत्तम माना गया है l लोहा, मिटटी आदि के बर्तन काम में नहीं लाने चाहिए lश्राद्ध के समय अक्रोध रहना, जल्दबाजी न करना और बड़े लोगों को या बहुत लोगों को श्राद्ध में सम्मिलित नहीं करना चाहिए, नहीं तो इधर-उधर ध्यान बंट जायेगा, तो जिनके प्रति श्राद्ध सद्भावना और सत उद्देश्य से जो श्राद्ध करना चाहिए, वो फिर दिखावे के उद्देश्य में सामान्य कर्म हो जाता है l सफ़ेद सुगन्धित पुष्प श्राद्ध कर्म में काम में लाने चाहिए l लाल, काले फूलों का त्याग करना चाहिए l अति मादक गंध वाले फूल अथवा सुगंध हीन फूल श्राद्ध कर्म में काम में नहीं लाये जाते हैं l
पंचकसितंबर में पंचक का समयपंचांग के अनुसार, पंचक का आरंभ सोमवार, 16 सितंबर के प्रातः के 05 बजकर 45 मिनट पर हो रहा है। जो गुरुवार, 19 सितंबर सुबह को 08 बजकर 05 मिनिट तक रहने वाले हैं। ऐसे में 16 से 19 तक पंचक रहने वाले हैं।
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभ आशीष
अंक ज्योतिष का सबसे आखरी मूलांक है नौ। आपके जन्मदिन की संख्या भी नौ है। आप सही मायनों में उत्साह और साहस के प्रतीक हैं। मंगल ग्रहों में सेनापति माना जाता है। अत: आप में स्वाभाविक रूप से नेतृत्त्व की क्षमता पाई जाती है। लेकिन आपको बुद्धिमान नहीं माना जा सकता। मंगल के मूलांक वाले चालाक और चंचल भी होते हैं। आपको लड़ाई-झगड़ों में भी विशेष आनंद आता है। आपको विचित्र साहसिक व्यक्ति कहा जा सकता है। यह मूलांक भूमि पुत्र मंगल के अधिकार में रहता है। आप बेहद साहसी हैं। आपके स्वभाव में एक विशेष प्रकार की तीव्रता पाई जाती है।
शुभ दिनांक : 9, 18, 27
शुभ अंक : 1, 2, 5, 9, 27, 72
शुभ वर्ष : 2025, 2036, 2045
ईष्टदेव : हनुमान जी, मां दुर्गा।
शुभ रंग : लाल, केसरिया, पीला जन्मतिथि के अनुसार
भविष्यफल : राजनैतिक व्यक्ति सफलता का स्वाद चख सकते हैं। मित्रों स्वजनों का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। आप अपनी शक्ति का सदुपयोग कर प्रगति की और अग्रसर होंगे। पारिवारिक विवाद सुलझेंगे। महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं में सफलता मिलेगी। नौकरी में आ रही बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। अधिकार क्षेत्र में वृद्धि संभव है।
मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन कोई भी निर्णय जल्दबाजी में ना लें वरना बाद में पछताना पड़ेगा। परिस्थितियां आज हानिकारक बनी हुई है सही दिशा में जा रहा काम भी किसी की गलती से बिगड़ने की संभावना है। कार्य व्यवसाय में आज किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती नुकसान कराएगी। धन को लेकर दो पक्षो में खींचतान की स्थिति बनेंगी। धर्य से काम लें अन्यथा मामला गंभीर हो सकता है। कार्य स्थल पर सहकर्मियों का असहयोगी व्यवहार अखरेगा। काम के समय आज सभी पीठ दिखाएंगे। केवल घर के सदस्य ही कठिन परिस्थिति में साथ देंगे। पारिवारिक वातावरण भी किसी ना किसी कारण उखड़ा सा रहेगा। आरोग्य में कमी रहेगी।
वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन राज-समाज मे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ाएगा। आज कुछ ना करने पर भी आपका व्यक्तित्त्व बढ़ा हुआ रहेगा। लेकिन थोड़ी सी प्रशंसा पाकर अहम की भावना भी आएगी अपने से छोटो को अहमियत नही देंगे जहां से स्वार्थ सिद्धि की संभावना रहेगी वहां चापलूसी करने से भी नही चूकेंगे परन्तु जहां कोई लाभ नजर नही आएगा वहां देखेंगे तक नही। कार्य व्यवसाय में बुद्धि चातुर्य से लाभ कमाएंगे लेकिन किसी ना किसी कारण कुछ समय के लिये अशांति बनेगी। नौकरो अथवा सहकर्मियों पर ज्यादा दबाव डालने पर अकेले काम करने की नौबत आ सकती है। गृहस्थ जीवन मे आप हास्य के पात्र बनेंगे लेकिन शन्ति रहेगी। सेहत आज कुछ बेहतर बनेगी।
मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन कार्यो में सफलता दिलाने वाला रहेगा परन्तु सफलता को धन के साथ ना जोड़े अन्यथा दुखी होना पड़ेगा। आर्थिके दृष्टिकोण से दिन पहले की तुलना में बेहतर रहेगा परन्तु इसके लिये सहयोग की आवश्यकता भी पड़ेगी। वैसे तो आज आप व्यवहारिक ही रहेंगे लेकिन उच्चवर्गीय लोगो के साथ संपर्क में में अभिमान जगायेगा जो आगे के लिये स्नेह संबंधों में खटास ला सकता है। कार्य क्षेत्र पर सरकारी सहयोग पाने के लिये दिन उत्तम है प्रयास में कमी ना रखें। नौकरी वालो पर अधिकारी कृपा दृष्टि रखेंगे लेकिन ज्यादा उत्सुक ना हो इसके पीछे बड़ा स्वार्थ हो सकता है। परिवार का वातावरण आपकी अनदेखी के कारण अशान्त होगा स्वतः ही सामान्य भी हो जाएगा। सेहत में कुछ समय के लिये नरमी रहेगी।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टिकोण से लाभदायक रहेगा। धर्म कर्म के प्रति आज निष्ठा रहेगी दान पुण्य करने के अवसर सुलभ होंगे इनका लाभ निकट भविष्य में किसी भी रूप में अवश्य मिलेगा। कार्य-व्यवसाय की स्थिति मध्यान तक दयनीय रहेगी इसके बाद एक आध सौदे मिलने से खर्च निकालने लायक आय हो जाएगी ज्यादा धन कमाने की कामना से आज डोर रहना ही बेहतर रहेगा सहज रूप से जितना मिले उसमे संतोष करें अन्यथा कोई नई मुसीबत आ सकती है। संध्या का समय व्यवसायी वर्ग के लिये सुखद रहेगा भविष्य से संबंधित शुभ समाचार मिलेंगे। घर की सुख शांति वाणी पर नियंत्रण पर निर्भर रहेगी। पेट संबंधित विकार होगा।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन मिला-जुला फल देगा। आज आप जिस कार्य को करने का मन बनाएंगे उसके आरम्भ में पहले खराब सेहत बाधा डालेगी आरम्भ होने के बाद भी सरकारी अथवा अन्य आर्थिक कारणों से बीच मे छोड़ना पड़ा सकता है। कार्य क्षेत्र की गतिविधियां आपकी सोच के विपरीत रहेंगी सहकर्मी अथवा कर्मचारी आपकी अनदेखी का फायदा उठाने से चूकेंगे नही लोग अपना हित साधने के लिये आपके नुकसान की परवाह नही करेंगे। धन को लेकर आज कुछ ना कुछ समस्या लगी रहेगी। सही समय पर कार्य पूर्ण ना होने पर आगे के व्यावसायिक व्यवहार प्रभावित होंगे। परिजन अथवा अन्य बाहरी व्यक्ति किसी बात का बदला ले सकता है।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन के आरंभ से ही मानसिक रूप से स्फूर्ति रहेगी सेहत उत्तम रहने पर भी आलस्य नही जाएगा। लेकिन दिनचार्य गई गति धीमी होने पर भी मध्यान बाद गंभीरता से कार्य कर कमियों की भरपाई कर लेंगे। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता निश्चित रहेगी लेकिन कार्य आरंभ से पहले भ्रमित होने से बचें अन्य किसी से मार्गदर्शन की अपेक्षा ना रखें वरना कुछ उल्टा ही होगा। धन की आमद में पिछले दिनों से सुधार होगा दैनिक खर्च आसानी से निकल जायेंगे भविष्य के लिये संचय भी कर सकेंगे। नए व्यवसाय अथवा व्यवसाय विस्तार के लिये निवेश अत्यंत शुभ रहेगा। घर के सदस्य कामना पूर्ति में विलंब होने पर गुस्सा करेंगे पूर्ति होने के बाद उत्साहित रहेंगे। असन्तुलित खान-पान अथवा दिनचार्य नए रोग को जन्म देगी।
तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन सम्पन्नता कारक रहेगा दिन के आरंभिक भाग में किसी महत्त्वपूर्ण कार्य का निर्णय लेने में दुविधा होगी लेकिन परिजन अथवा अन्य किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन इससे बाहर निकलेगा। कार्य-व्यवसाय में भाग्य का साथ मिलने पर प्रतिस्पर्धा के बाद भी संतोषजनक लाभ पा लेंगे धन के साथ ही अन्य सुख के साधनों में भी वृद्धि होगी। लेकिन ध्यान रहे आज छोटी मोटी बातो पर बहस करने से बचें अन्यथा भविष्य के लाभदायक संबंध खराब हो सकते है। नौकरी पेशा लोग अन्य लोगो से बेहतर कार्य करने पर सम्मानित होंगे। परिजनों अथवा किसी नजदीकी से उपहार लाभ मिलेगा पर इसके बीचे कुछ निजी स्वार्थ भी रहेगा। आरोग्य के ऊपर खर्च होगा।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपके व्यक्तित्त्व में विकास होगा अधिकांश कार्यो को देखभाल कर ही करेंगे वाणी में मिठास रहेगी लेकिन मन मे कड़वाहट परिजनो से नही छुपा सकेंगे। कार्य क्षेत्र पर किस पुरानी बात को लेकर वैर भाव बढेगा लेकिन विवेक जाग्रत रहने के कारण स्थिति गंभीर नही हो सकेगी। काम-धंधे से आज चालाकी से ही लाभ कमाया जा सकता है परंतु प्रलोभन से बचे अन्यथा पुराने व्यवसायिक संबंध खराब हो सकते हैं। धन लाभ समय रहेगा। नौकरी करने वाले अपनी विद्या बुद्धि के बल से उन्नति पाएंगे सामाजिक क्षेत्र पर आप अत्यंत बुद्धिमान समझे जाएंगे परन्तु घर मे आपकी छवि कुटिल जैसी रहेगी। घरेलू कामो की अनदेखी अशान्ति फैला सकती है। सेहत मानसिक परिश्रम अधिक रहने के कारण विपरीत रहेगी।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा। दिन का पहला भाग नासमझी के कारण व्यर्थ खराब होगा। परिजनो से बिना कारण के ही फटकार सुननी पड़ेगी स्वभाव में उद्दंडता तो रहेगी परन्तु स्थिति को भांप विरोध नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी आज मानसिक दबाव में कार्य करना पड़ेगा जो निर्णय सही लग रहे होंगे वह अंत समय मे गलत सिद्ध होंगे धन संबंधित व्यवहार आज देख भाल कर ही करें विवाद होने की आशंका है। कार्य क्षेत्र पर भी गरमा गरमी का माहौल बनेगा जिसका सीधा असर काम पर पड़ेगा धन लाभ में कमी आने से भी परेशान रहेंगे। संध्या का समय घर मे मौन रहकर बिताये धैर्य खोने पर विवाद बढ़ सकता है।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपको लाभ की सम्भावना दिन के आरंभ से ही रहेगी कुछ शुभ प्रसंग घटने पर मानसिक रूप से निश्चिन्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज अन्य दिनों की तुलना में कम मेहनत से अधिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। नौकरी वाले लोग अतिरिक्त आय बनाने के लिये जोड़ तोड़ करेंगे इसमें सफलता मिलेगी लेकिन विलंब से। आर्थिक रूप से दिन मध्यान तक उदासीन रहने के कारण अधीरता आएगी जल्दबाजी से बचें धन लाभ विलंब से सही लेकिन होगा जरूर। व्यापार में विस्तार कर सकते है लेकिन नया व्यवसाय आरम्भ करने के लिये एक दिन और प्रतीक्षा करें। पारिवारिक सदस्य आपके निर्णय की प्रतीक्षा में रहेंगे किसी को निराश नही करेंगे। धर्म कर्म में आस्था बढ़ेगी। सेहत में आपकी गलती से शिथिलता आएगी।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप कुछ अभाव का अनुभव करेंगे फिर भी परिस्थिति के अनुसार स्वयं को ढाल लेना ही बेहतर समझेंगे। आज आप अपने स्वभाव में परिवर्तन लाने का प्रयास करेंगे इसमें काफी हद तक सफल भी रहेंगे लेकिन मन की इच्छाओं को मारना आंतरिक दुख का कारण बनेगा। आज परोपकार और आध्यात्म की भावना रहने से अपने कार्य छोड़ औरो की सहायता को तत्पर रहेंगे इसके पीछे कुछ स्वार्थ भी अवश्य रहेगा। कार्य क्षेत्र से लाभ की आशा अन्य दिनों की तुलना में कम रहेगी दिनचार्य को भी उसी अनुसार रखेंगे। संध्या के आस पास थोड़ा बहुत धन मिलने से संतोष होगा लेकिन परिजन आपसे असंतुष्ट ही रहेंगे। सेहत आज लगभग ठीक ही रहेगी।
मीन (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन से आप कुछ अधिक आशा लगाए रहेंगे दिन के मध्यान तक दिनचार्य सुव्यवस्थित रहेगी लेकिन मध्यान बाद से स्वभाव में लापरवाही आने के कारण अव्यवस्था बढ़ेगी। धन लाभ आज किसी ना किसी रूप में अवश्य होगा परन्तु आशानुकूल ना होने पर मन उदास भी रहेगा। आपका मनमौजी व्यवहार स्नेहीजन से संबंध में कड़वाहट लायेगा। किसी से किया वादा अंत समय मे तोड़ने पर कलह की स्थिति बनेगी। धर्म कर्म में आस्था तो रहेगी लेकिन पूजा पाठ केवल औपचारिकता पूर्ति के लिये ही करेंगे। कार्य व्यवसाय की गति सामान्य रहेगी परन्तु मन की चंचलता उचित लाभ से दूर रखेगी। स्वास्थ्य में सुधार आएगा मौज शौक पर बिना विचारे खर्च करेंगे।