शिकायत करने पर आरोपी ने लगभग ₹21 लाख वापस किए, लेकिन ₹5 लाख हड़प लिए
लखनऊ,संवाददाता : बीकेटी क्षेत्र में ज़मीन दिलाने के नाम पर जालसाजों ने एक व्यक्ति से ₹26 लाख रुपये की ठगी कर फर्जी रजिस्ट्री थमा दी। जब फर्जीवाड़ा उजागर हुआ और पीड़ित ने पैसे वापस मांगे, तो उसे धमकाया गया। शिकायत करने पर आरोपी ने लगभग ₹21 लाख वापस किए, लेकिन ₹5 लाख हड़प लिए।
डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर हजरतगंज पुलिस ने 18 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मूल रूप से जौनपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार गुप्ता, जो इस समय अलीगंज सेक्टर-बी में किराए पर रहते हैं, ने बताया कि वर्ष 2024 में उनकी मुलाकात विपिन कुमार, जमशेद शेख, दिलीप कुमार और धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना से हुई। इन लोगों ने उन्हें बीकेटी के ग्राम चंदियामऊ में 7000 वर्ग फीट ज़मीन दिलाने का वादा किया। धर्मेंद्र ने नकद और खाते के माध्यम से ₹26 लाख रुपये दे दिए। लेकिन 14 मई 2024 को आरोपी जमशेद ने सिर्फ 1350 वर्ग फीट जमीन की रजिस्ट्री कराई।
फर्जीवाड़ा और धमकी
नामांतरण के दौरान पीड़ित को पता चला कि रजिस्ट्री की गई ज़मीन पहले ही बेची जा चुकी थी। जब उन्होंने पैसा वापस मांगा, तो उन्हें धमकाया गया। दिसंबर 2024 में जब पीड़ित ने फिर से विपिन जायसवाल से बात की तो आरोपियों ने रजिस्ट्री से इंकार कर दिया। थाने में शिकायत करने पर ₹20.95 लाख तो लौटा दिए गए, लेकिन ₹5.05 लाख अब भी नहीं दिए गए हैं।
18 लोगों पर केस दर्ज
पीड़ित ने आरोप लगाया कि धोखाधड़ी में आरोपियों के परिजन भी शामिल हैं। पुलिस ने जिनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है, उनके नाम हैं: जमशेद शेख, भाई शमशेर शेख, मां फातिमा, पिता कल्लू, विपिन कुमार जायसवाल, पिता सुरेश चंद्र, चाचा सुभाष, उमेश, भाई रवि , चंद्र विजय सिंह, सौरभ सिंह, दिलीप कुमार शर्मा, मां, पत्नी नीतू, भाई शिवम शर्मा, चाचा, चचेरा भाई शुभम शर्मा, अली हुसैन, मुन्ना सिंह उर्फ धीरेंद्र प्रताप सिंह, उनकी पत्नी आराधना सिंह, भाई रिंकू सिंह, भतीजा अमर सिंह इन पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली-गलौज, धमकी और आपराधिक साजिश की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है।