विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलसचिव डॉ. अश्वनी कुमार ने पुलिस को दी तहरीर

लखनऊ,संवाददाता : बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में विश्वकर्मा पूजा के दिन हुए बवाल पर पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। बुधवार देर रात दो पक्षों से मिली तहरीरों के आधार पर पुलिस ने मारपीट, लूट और तोड़फोड़ जैसी गंभीर धाराओं में दो एफआईआर दर्ज कर ली हैं। इंस्पेक्टर आशियाना छत्रपाल सिंह ने बताया कि नामजद छात्रों की तलाश जारी है और कैंपस की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कुलसचिव ने दी तहरीर, विश्वविद्यालय संपत्ति को नुकसान
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलसचिव डॉ. अश्वनी कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि 17 सितंबर की सुबह करीब 11:30 बजे, दो छात्र गुटों के बीच विवाद शुरू हुआ जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया। आक्रोशित छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में जमकर मारपीट और तोड़फोड़ की। इस दौरान यूआईटी भवन, प्रॉक्टर कार्यालय और कुलपति सचिवालय को भी नुकसान पहुंचा। कुलसचिव की ओर से अज्ञात छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि जांच के बाद दोषी छात्रों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी।
छात्रों पर लूट और हमला करने का आरोप
वहीं दूसरी तहरीर पीड़ित छात्रों की ओर से दी गई है। उनका कहना है कि वे पुस्तकालय की ओर जा रहे थे, तभी करीब 22 छात्रों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों में अंचित तिवारी, प्रखर राज शुक्ला, युवराज सिंह, शिवम यादव, सौरभ गौर, क्षितिज प्रताप सिंह, कृष्णा श्रीवास्तव समेत कई नामजद हैं। आरोप है कि हमलावर छात्रों ने पीड़ितों के मोबाइल फोन, पैसे और चेन लूट ली, और बुरी तरह मारपीट की। इस हमले में आदेश, रितेश और मृत्युंजय गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।