फिरौती की मांग, लोकेशन बदल-बदल कर पुलिस को छकाया
लखनऊ,संवाददाता : पारा ओवरब्रिज के पास उस समय हड़कंप मच गया जब कन्नौज निवासी एक ओला चालक को काली बिना नंबर की ब्रेजा कार सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया। आरोपियों ने चालक के साथ मारपीट कर उसे कार की डिग्गी में डालकर एक लाख रुपये, मोबाइल और पर्स लूट लिया और परिजनों से फिरौती की मांग की।
यह सनसनीखेज वारदात 11 जुलाई को हुई, जब इंदरगढ़, कन्नौज निवासी ओला चालक मनीष सिंह लखनऊ में अपने चाचा को एक लाख रुपये देने आया था। चाचा के न मिलने पर वह सीएनजी भरवाने जा रहा था, तभी शाम करीब पांच बजे सरोसा भरोसा मोड़ के पास एक काली ब्रेजा ने ओवरटेक कर उसकी कार रोकी और उसमें सवार युवकों ने उसे बाहर खींच कर पीटना शुरू कर दिया।
फिरौती की मांग, लोकेशन बदल-बदल कर पुलिस को छकाया
आरोपियों ने मनीष का मोबाइल बंद कर दिया और कुछ दूरी पर ले जाकर परिजनों से कॉल करवाकर कहा कि गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है और एक लाख रुपये की आवश्यकता है। कुछ समय बाद जब परिजनों को शक हुआ, तो उन्होंने डॉयल-112 पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस तत्काल हरकत में आई, लेकिन आरोपी लगातार लोकेशन बदलते रहे — कभी कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन, कभी बिठूर, फिर कानपुर, और अंत में कल्याणपुर।
डिग्गी में बंद कर ले गए अपहृत को
आरोपियों ने मनीष को डिग्गी में बंद कर आगरा एक्सप्रेस-वे होते हुए कानपुर देहात तक ले गए। वहां रसूलाबाद क्षेत्र के बिरहुन चौकी के पास देर रात उसे छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान डिग्गी में रखे एक लाख रुपये, मोबाइल और पर्स लूट लिए गए।
तीन नामजद, दो अज्ञात पर एफआईआर
घटना की रिपोर्ट नौ दिन बाद पारा पुलिस ने दर्ज की। पीड़ित ने विवेक प्रताप सिंह, रोहित, शानू यादव उर्फ दीपू और दो अज्ञात बदमाशों को आरोपी बताया है। पुलिस ने कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन और रास्ते में लगे टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह के अनुसार, “एक टीम कानपुर देहात भेजी जा रही है और सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।”