प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत सॉफ्ट स्किल और इंडस्ट्रियल विजिट अनिवार्य, मिशन निदेशक पुलकित खरे की पहल
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब नियमित पढ़ाई के साथ-साथ रोजगारपरक कौशल का प्रशिक्षण भी मिलेगा। प्रोजेक्ट प्रवीण के अंतर्गत मिशन निदेशक पुलकित खरे ने यह नई पहल शुरू की है। इसके तहत बच्चों को 210 घंटे का प्रशिक्षण कोर्स कराया जाएगा, जिसमें 150 घंटे कोर स्किल, 30 घंटे सॉफ्ट स्किल और 30 घंटे इंडस्ट्रियल विजिट शामिल होंगे।
वर्चुअल बैठक में बनी रणनीति

इस योजना को लेकर मिशन निदेशक की अध्यक्षता में गुरुवार को वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक में सेक्टर स्किल काउंसिल के सीईओ और उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चर्चा का मुख्य उद्देश्य वित्तीय वर्ष 2025-26 में माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को उनकी रुचि और जिलाधिकारी द्वारा सुझाए गए सेक्टर के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराना था।
शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप प्रशिक्षण
मिशन निदेशक ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप छात्रों को व्यावहारिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसी कड़ी में 210 घंटे का यह प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि सॉफ्ट स्किल और इंडस्ट्रियल विजिट हर हाल में कराए जाएं ताकि छात्र-छात्राएं न केवल तकनीकी ज्ञान प्राप्त करें बल्कि उद्योग-धंधों से भी प्रत्यक्ष जुड़ाव महसूस कर सकें।
समयसीमा में तैयार होंगे कोर्स
बैठक में उपस्थित सेक्टर स्किल काउंसिल के पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि समयबद्ध तरीके से प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार कर एनसीवीईटी से अनुमोदन उपरांत इसे उत्तर प्रदेश स्किल डेवलपमेंट मिशन (UPSDM) को उपलब्ध कराया जाएगा।
रोजगारोन्मुखी शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
मिशन निदेशक पुलकित खरे ने कहा कि पहली बार प्रोजेक्ट प्रवीण के तहत राजकीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण और औद्योगिक भ्रमण का अवसर मिलेगा। इससे न केवल युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि उन्हें भविष्य में रोजगार और उद्यमिता के बेहतर विकल्प भी मिलेंगे।