अखिलेश यादव के जन्मदिन पर लगा विशाल होर्डिंग
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर पोस्टरवार छिड़ गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के जन्मदिन पर लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर लगा विशालकाय होर्डिंग इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पोस्टर में सपा ने भाजपा के ‘डबल इंजन सरकार’ के नारे की तर्ज पर ‘प्रबल इंजन की सरकार’ का नारा देते हुए राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।
यह पोस्टर सपा के मेंहदावल (संत कबीरनगर) से रहे प्रत्याशी जयराम पांडेय ने लगवाया है। इसमें अखिलेश यादव को ट्रेन के इंजन के रूप में दिखाया गया है, जबकि पीछे के डिब्बों पर सपा सरकार की योजनाओं के नाम लिखे हैं। इनमें समाजवादी पेंशन योजना, कन्या विद्याधन, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, लैपटॉप योजना, डायल-100, लखनऊ मेट्रो और मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी योजनाएं शामिल हैं।
पोस्टर पर लिखा है —
“एक इंजन, मजबूत इंजन… फिर से चलेगी समृद्धि की बयार, जब 2027 में आएगी प्रबल इंजन की सरकार।”
इसके साथ ही धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की शुभकामनाएं भी दी गई हैं। खास बात यह है कि अखिलेश यादव के दस्तावेजों में जन्मतिथि 1 जुलाई 1973 दर्ज है, लेकिन समर्थक हर साल 23 अक्टूबर को उनका ‘वास्तविक जन्मदिन’ मनाते हैं। इसी अवसर पर यह रचनात्मक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें उन्हें संस्कृत में जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गई हैं।
होर्डिंग में सपा का नया ‘पीडीए फॉर्मूला’ भी प्रमुखता से दिखाया गया है — पी यानी प्रगतिशील, डी यानी दूरदर्शी, और ए यानी अमनपसंद। पार्टी कार्यकर्ता इसे सामाजिक न्याय और विकास के नए प्रतीक के रूप में पेश कर रहे हैं। जयराम पांडेय का कहना है कि वह पिछले नौ वर्षों से अखिलेश यादव के जन्मदिन पर ऐसे ही रचनात्मक पोस्टर लगाते आ रहे हैं। पिछले साल उन्होंने ‘सत्ताईस के सत्ताधीश’ का स्लोगन दिया था, जो उस समय खूब चर्चा में रहा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सपा का यह ‘प्रबल इंजन’ पोस्टर न केवल अखिलेश यादव के प्रति समर्थन का प्रदर्शन है, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए सपा के नए तेवरों और रणनीति का संकेत भी देता है।