प्रशासन के साथ है मेला समिति, जल्द ही समस्या के समाधान की उम्मीद जताई जा रही है
लखनऊ,संवाददाता : प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार बख्शी का तालाब के कठवारा गांव में स्थित तीर्थ चंद्रिका देवी के मेला परिसर में दुकानदारों की मनमानी बढ़ गई है। श्रद्धालुओं पर वाहन पर्किंग और प्रसाद के लिए दबाव बनाने की घटनाएं आम हो गई हैं। कई बार देखा गया है कि महंगे प्रसाद खरीदने के बदले श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह तक वीआईपी दर्शन का पैकेज भी दिया जाता है। जब श्रद्धालु इस दबाव से बचने की कोशिश करते हैं तो विवाद की स्थिति उत्पन्न कर दी जाती है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में एक श्रद्धालु और दुकानदार के बीच मारपीट होती दिखाई दे रही है। वीडियो में दोनों पक्षों के बीच झगड़ा होते हुए नजर आ रहा है, जो जल्द ही वायरल हो गया। इस घटना की निंदा करते हुए लोगों ने प्रशासन और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बीकेटी थाना क्षेत्र के पौराणिक तीर्थस्थल चंद्रिका देवी मंदिर में अमावस्या के मेले को छोड़कर मुख्य मार्गों पर लगी दुकानों पर वाहन पार्किंग और प्रसाद के लिए श्रद्धालुओं से दुकानदारों द्वारा दबाव बनाया जाता है। सोमवार को एक श्रद्धालु पीयूष शर्मा और उनके परिवार ने जब प्रसाद लेने से मना किया तो दुकानदारों ने उन्हें लात-घूसों और बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही पुलिस चौकी स्थित है, बावजूद इसके इस तरह की घटना हुई। श्रद्धालुओं का कहना है कि यदि पुलिस मौके पर मौजूद होती तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 11 नामजद और 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। एडीसीपी उत्तरी, जितेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि मेला परिसर में पुलिस की मौजूदगी रहेगी और विवाद करने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर संजय कुमार सिंह ने बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें भूरे उर्फ कुलदीप भी शामिल है। मेला क्षेत्र के आस-पास प्रशासन द्वारा पूर्व में नो वेंडिंग जोन बनाने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद, नो वेंडिंग जोन में दुकानदारों द्वारा अवैध रूप से दुकानें लगाई जा रही हैं। मेला समिति ने वर्ष 2018 से प्रशासन को लिखित पत्र देकर इस परिसर को खाली कराने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। मेला समिति प्रशासन के साथ है और जल्द ही समस्या के समाधान की उम्मीद जताई जा रही है