विभागीय अधिकारी क्षेत्रीय निरीक्षण कार्य में तेजी लाने का कर रहे हैं दावा
लखनऊ,संवाददाता : राजधानी के विभिन्न इलाकों में होलिका दहन के स्थानों के पास लटकते बिजली के तार और केबल्स ने चिंता बढ़ा दी है। इन लटकते तारों के कारण होली के दौरान संभावित दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। विभाग ने होली के त्यौहार पर 11 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति देने का दावा किया है, लेकिन इस दौरान तारों की ऊंचाई बढ़ाने और लटकते तारों की मरम्मत का काम धीमा चलने के कारण स्थिति चिंताजनक बन गई है।
हाल ही में, एमडी मध्यांचल द्वारा सभी उपकेंद्र अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि होलिका दहन वाले स्थलों से तारों को दूर रखा जाए और लटकते तारों की ऊंचाई बढ़ाई जाए। इसके अलावा, जिन इलाकों में खुले तार और जर्जर केबल सड़क तक लटके हुए हैं, उन्हें तुरंत ठीक किया जाए।
हालांकि विभागीय अधिकारी क्षेत्रीय निरीक्षण कार्य में तेजी लाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन काम की धीमी प्रगति और विभागीय कार्यों में उपेक्षा से सवाल उठने लगे हैं। खासकर, सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, आशियाना, राजाजीपुरम, और अन्य कई क्षेत्रों में खुले तार दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। सभी अधिकारियों को होली के दौरान किसी भी बिजली संकट से बचने के लिए ट्रांसफार्मर रिजर्व में रखने और लटकते तारों को सुरक्षा शील्ड से कवर करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद, कार्य की प्रगति पर संदेह बना हुआ है, और समय पर काम पूरा होने की उम्मीदें कम होती जा रही हैं। ऐसे में, बिजली विभाग को और अधिक गंभीरता से अपनी कार्यों को लागू करने की आवश्यकता है, ताकि होली का त्यौहार बिना किसी दुर्घटना के मनाया जा सके।