जिले में 82 हजार हेक्टेयर में होगी बुवाई, किसानों को मिलेंगे उन्नत किस्म के बीज

लखनऊ, संवाददाता : रबी सत्र की शुरुआत से पहले कृषि विभाग ने गेहूं फसल की तैयारी तेज कर दी है। इस बार जिले में 82,000 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य तय किया गया है, जो कि पिछले वर्ष से पाँच हजार हेक्टेयर अधिक है। अधिक उपज और बेहतर उत्पादन के लिए किसानों को उन्नत व रोगमुक्त किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। कृषि विभाग ने किसानों की जरूरत और मांग के आधार पर पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों से उच्च गुणवत्ता वाले बीज मंगाने की योजना बनाई है। ये बीज किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किए जाएंगे, जिससे उनकी लागत लगभग आधी रह जाएगी।
कीट और रोगों से रहित होंगे बीज, उत्पादन में आएगी बढ़ोतरी
विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे बीज कीट व रोग मुक्त होंगे, जिनकी विशेषता है — कम सिंचाई में भी अच्छा उत्पादन देना। इससे किसानों की मेहनत और संसाधनों की खपत दोनों में कमी आएगी। साथ ही उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा।
10 वर्ष से नई प्रजातियों के बीज होंगे वितरित
अपर जिला कृषि अधिकारी हर्षित त्रिपाठी ने बताया कि, “जिले में सबसे अधिक बुवाई गेहूं की होती है। किसान आम तौर पर करण वंदना, एचडी 3086, पूसा यशस्वी, डीबीडब्ल्यू 222 और उन्नत 343 जैसी प्रजातियों की बुवाई करते हैं। इन प्रजातियों के साथ इस वर्ष 10 वर्ष से कम समय में विकसित नई उन्नत किस्मों के बीज भी वितरित किए जाएंगे।” उन्होंने बताया कि किसानों से सीधे संपर्क कर बीजों की मांग ली जा रही है, जिसके अनुसार खरीद और वितरण की योजना तैयार की जाएगी।