कई जगहों पर डीपी बॉक्स और ट्रांसफार्मर अब भी बिना सुरक्षा घेराबंदी के खुले पड़े हैं
लखनऊ,संवाददाता : भारी बारिश के बीच भी शहर के कई इलाकों में खुले ट्रांसफार्मर, टूटी जालियाँ और खुले बिजली के तार मौत को आमंत्रण दे रहे हैं। ऊर्जा मंत्री की फटकार और पॉवर कॉरपोरेशन के सख्त निर्देशों के बावजूद ज़मीनी हालात नहीं सुधरे हैं। कई जगहों पर डीपी बॉक्स और ट्रांसफार्मर अब भी बिना सुरक्षा घेराबंदी के खुले पड़े हैं।
बारिश में करंट फैलने का सबसे बड़ा खतरा
बारिश के पानी से खंभों और खुले तारों में करंट उतरने की आशंका बनी हुई है। इससे आम लोगों के साथ-साथ जानवरों के चिपकने का भी खतरा मंडरा रहा है।
- जल निगम कॉलोनी में ट्रांसफार्मर का गेट खुला पड़ा है।
- ट्रांसफार्मर के पास कूड़ेदान रखे जाने से जानवरों की आवाजाही बनी रहती है।
- बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग रोज़ इसी रास्ते से गुजरते हैं।
फैजाबाद रोड पर खुले तार – गंभीर खतरा
फैजाबाद रोड-आर्यकन्या मार्ग के पास लगे ट्रांसफार्मर और डीपी बॉक्स के आस-पास भारी आवाजाही रहती है। बारिश के पहले मेंटीनेंस के नाम पर घंटों बिजली कटौती की गई, फिर भी खुले तारों से खतरा बरकरार है। बारिश और हवा के दौरान खुले तारों से शॉर्ट सर्किट की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं, जिससे घंटों बिजली सप्लाई बाधित हो रही है। ट्रांसफार्मर के आसपास जमी हरी घास, कीचड़ और पानी हादसों की आशंका को और भी बढ़ा रहे हैं।
फूलबाग कॉलोनी में बच्चे की मौत
बीते सप्ताह फूलबाग कॉलोनी के पार्क में लगे ट्रांसफार्मर से खुले तारों में चिपककर 7 वर्षीय फहद की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। परंतु, एक सप्ताह बाद भी शहर के कई इलाकों में ट्रांसफार्मर अब भी खुले हालात में हादसों का इंतजार कर रहे हैं। महानगर निवासी सुशील ने बताया कि उनके घर के पास का जर्जर खंभा करंट फैलाने का खतरा बना हुआ है। बार-बार शिकायत के बावजूद पावर हाउस के अधिकारियों की निष्क्रियता से नागरिकों में गुस्सा है।
अधिशासी अभियंता का बयान
गौरव कुमार, अधिशासी अभियंता, कपूरथला ने कहा: “बारिश के समय सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी क्षेत्र में ट्रांसफार्मर या डीपी खुले हैं, तो जल्द जाली और गेट लगाकर उन्हें बंद कर दिया जाएगा।”