राजधानी लखनऊ में वृद्धा पेंशन योजना के 71,667 लाभार्थी पंजीकृत हैं
लखनऊ,संवाददाता : प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन योजना के लाभार्थियों का पुनः सत्यापन कराया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिना पर्याप्त जांच के लाभार्थियों को मृतक या अपात्र दिखाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शासन ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समाज कल्याण विभाग को 25 मई तक सत्यापन रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद विभागीय टीमें आकस्मिक पुनःसत्यापन करेंगी ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
सत्यापन में मिलीं गंभीर अनियमितताएं
राजधानी लखनऊ में वृद्धा पेंशन योजना के 71,667 लाभार्थी पंजीकृत हैं। इनमें से 30 फीसदी का सत्यापन किया गया है, जिसमें 167 लाभार्थी मृतक पाए गए। यह आँकड़ा गंभीर अनियमितताओं की ओर इशारा करता है।
कड़े निर्देश, जिम्मेदारी तय होगी
प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सत्यापन में गड़बड़ी पाई गई तो जिम्मेदार अफसरों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर क्षेत्रों में नगर आयुक्त व ईओ, और ग्रामीण इलाकों में बीडीओ अपने-अपने विभागीय कर्मचारियों से सत्यापन करवा रहे हैं। जिलाधिकारी विशाख जी ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पुनःसत्यापन के बाद दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ संचालित की जा रही है समाज कल्याण विभाग के अनुसार, वृद्धा पेंशन की अगली किस्त जुलाई माह में जारी की जाएगी। इससे पहले सभी लाभार्थियों का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाएगा।