लखनऊ की पार्किंग व्यवस्था में क्रांतिकारी सुधार की उम्मीद है

लखनऊ,संवाददाता : राजधानी की जाम से जूझती सड़कों पर राहत देने के लिए स्मार्ट पार्किंग परियोजना को आखिरकार नई रफ्तार मिल गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद नगर निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है और पहले चरण में 73 प्रमुख पार्किंग स्थलों को स्मार्ट बनाने की तैयारी है। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि निविदा प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बनाया गया है। चयनित ऑपरेटरों को न्यूनतम 5 वर्षों का अनुबंध मिलेगा, जिससे लखनऊ की पार्किंग व्यवस्था में क्रांतिकारी सुधार की उम्मीद है।
स्मार्ट पार्किंग में क्या-क्या होगा नया?
ऑटोमेटिक बैरियर सिस्टम
अब वाहनों की एंट्री और एग्ज़िट पूरी तरह ऑटोमेटेड होगी। मैनुअल हस्तक्षेप खत्म!
सेंसर आधारित स्लॉट्स
हर पार्किंग स्लॉट में लगे सेंसर बताएंगे – खाली है या भरा।
मोबाइल ऐप से बुकिंग और लाइव ट्रैकिंग
एक स्मार्ट ऐप से रियल-टाइम बुकिंग, पेमेंट और ट्रैकिंग सब कुछ संभव होगा।
क्यूआर कोड से डिजिटल पेमेंट
कैशलेस भुगतान से होगी पारदर्शिता और सुविधा दोनों।
सीसीटीवी निगरानी
हर पार्किंग स्थल पर CCTV कैमरे से सुरक्षा रहेगी पुख्ता।
लाइव लोकेशन ट्रैकिंग
खाली पार्किंग कहां है? ऐप और वेब पर मिलेगा लाइव अपडेट।
10 साल की देरी पर अब एक्शन में नगर निगम
बीते 10 वर्षों में एक भी स्मार्ट पार्किंग शुरू न हो पाने की खबर पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने गंभीर संज्ञान लिया था। इसके बाद नगर आयुक्त ने 3 जून को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजते हुए बताया कि अब परियोजना को तेजी से जमीन पर उतारा जा रहा है।