साथ ही, उन्हें विशेष अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़ने की इजाजत नहीं होगी

लखनऊ,संवाददाता : राजधानी लखनऊ में भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई मारपीट की घटना ने प्रशासनिक हलकों में सनसनी फैला दी है। इस विवाद के केंद्र में रहे आईआरएस अधिकारी योगेंद्र मिश्र को निलंबित कर दिया गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने यह कार्रवाई प्राथमिक जांच और दर्ज एफआईआर के आधार पर की है। विभागीय आदेश के अनुसार, निलंबन अवधि के दौरान योगेंद्र मिश्र को पश्चिम बंगाल और सिक्किम क्षेत्र में संबद्ध किया गया है। इसके साथ ही, उन्हें विशेष अनुमति के बिना मुख्यालय छोड़ने की इजाजत नहीं होगी।
हमले में अधिकारी गौरव गर्ग घायल, एफआईआर दर्ज
यह विवाद तब सामने आया जब योगेंद्र मिश्र ने अपने सहकर्मी गौरव गर्ग पर शारीरिक हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद हजरतगंज थाने में योगेंद्र मिश्र के खिलाफ जानलेवा हमले की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। सीबीडीटी ने स्पष्ट किया है कि अनुशासनहीनता और हिंसा किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, विशेष रूप से वरिष्ठ अधिकारियों के बीच ऐसे व्यवहार को गंभीरता से लिया जाएगा।
पुराना विवाद और विवादास्पद व्यवहार
सूत्रों के अनुसार, यह कोई पहली घटना नहीं है जिसमें योगेंद्र मिश्र का नाम विवादों में आया हो। इससे पहले IRS अधिकारियों की क्रिकेट टीम में चयन न होने पर उन्होंने मैदान में बैठकर हंगामा किया था। फरवरी में भी योगेंद्र और गौरव गर्ग के बीच क्रिकेट को लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। गौरव गर्ग का आरोप है कि योगेंद्र मिश्र जानबूझकर उन्हें नुकसान पहुंचाने की फिराक में थे, और पहले भी कई बार उन्होंने धमकियां दी थीं। फरवरी की घटना के बाद योगेंद्र का तबादला किया गया था, लेकिन विवाद खत्म नहीं हुआ।
आगे की जांच जारी
विभागीय सूत्रों ने जानकारी दी है कि मामले की विस्तृत जांच की जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। इस घटना ने प्रशासनिक तंत्र को झकझोर कर रख दिया है और सवाल उठाए हैं कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों में अनुशासन की गिरती स्थिति पर नियंत्रण कैसे रखा जाए।