सफाईकर्मियों को बांटे गए सुरक्षा किट और स्वास्थ्य बीमा कार्ड, केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा रहे प्रमुख अतिथि

लखनऊ,संवाददाता : मंगलवार को राजधानी लखनऊ में ‘नेशनल एक्शन फॉर मेकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम’ (NAMASTE) दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने वेस्ट पिकर्स के लिए 14473 हेल्पलाइन नंबर का शुभारंभ किया। इसके साथ ही सीवर व सेप्टिक टैंक कर्मियों तथा कूड़ा बीनने वालों को पीपीई किट और आयुष्मान भारत कार्ड वितरित किए गए।
“जिन्हें समाज ने भुला दिया, उन्हें पीएम ने दिया सम्मान”
अपने संबोधन में श्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन वर्गों को मान्यता दिलाई है जिन्हें लंबे समय तक समाज की उपेक्षा का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत मिशन देश में सफाई के प्रति चेतना जगाने वाला क्रांतिकारी कदम रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सिर्फ सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि सामाजिक सहयोग का अभियान है। ‘नमस्ते योजना’ इसी दिशा में एक सशक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य सफाईकर्मियों के जीवन को सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वावलंबी बनाना है।
85 हजार से अधिक सफाईकर्मियों की हुई डिजिटल प्रोफाइलिंग
राज्यमंत्री वर्मा ने बताया कि नमस्ते योजना के अंतर्गत अब तक 85,067 सीवर एवं सेप्टिक टैंक श्रमिकों का डिजिटल डेटा तैयार किया जा चुका है। इनमें से 45,871 को पीपीई किट और 40,166 को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार द्वारा मंत्रालयों में पुराने कबाड़ को हटाकर नीलामी के माध्यम से 61 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो स्वच्छता की दिशा में एक सकारात्मक परिणाम है।
प्रशिक्षण के साथ फैशन शो से दिखाई गई PPE किट की उपयोगिता
कार्यक्रम के दौरान सफाईकर्मियों को सुरक्षित कार्य पद्धति सिखाने हेतु वर्चुअल रियलिटी (VR) और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) आधारित प्रशिक्षण मॉडल का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा, सुरक्षा किट के महत्व को प्रभावी ढंग से दर्शाने के लिए एक रंग-बिरंगे फैशन शो का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 933 सीवर श्रमिकों और 1563 वेस्ट पिकर्स की प्रोफाइलिंग की पुष्टि की गई। इस दौरान 20-20 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से PPE किट और 24 सफाईकर्मियों को आयुष्मान कार्ड भी प्रदान किए गए। साथ ही इमरजेंसी रिस्पॉन्स यूनिट्स (ERSU) के लिए सुरक्षात्मक संसाधन भी वितरित किए गए।
हाशिए पर रहे लोगों को मिलेगी मुख्यधारा में भागीदारी
यह आयोजन सरकार की ‘वंचितों को प्राथमिकता’ नीति को साकार करता है। जो लोग अब तक सामाजिक दृष्टि से उपेक्षित रहे हैं, उन्हें इस योजना के माध्यम से न केवल सम्मान मिला है बल्कि उन्हें विकास यात्रा में सहभागी बनने का अवसर भी दिया गया है। यह ‘विकसित भारत’ की उस व्यापक सोच को दर्शाता है जिसमें कोई भी नागरिक पीछे न छूटे।
‘नमस्ते योजना’ क्या है?
‘नमस्ते’ यानी National Action for Mechanized Sanitation Ecosystem — यह योजना केंद्र सरकार की मानव-केन्द्रित पहल है जिसका उद्देश्य है कि किसी भी सफाईकर्मी को जानलेवा सीवर या सेप्टिक टैंक की सफाई हाथ से न करनी पड़े। इस योजना को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय मिलकर संचालित कर रहे हैं। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम (NSKFDC) द्वारा यह योजना 2023-24 से 2025-26 तक तीन वर्षों के लिए 349.73 करोड़ रुपये के बजट के साथ क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना में लाभार्थियों को डिजिटल प्रोफाइलिंग, PPE किट, स्वास्थ्य बीमा, सुरक्षा प्रशिक्षण, और सब्सिडी पर सफाई उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें सेनिप्रेन्योर (Sanipreneur) बनने के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में रहे कई गणमान्य अतिथि शामिल
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री नरेंद्र कश्यप, सामाजिक न्याय मंत्रालय की वरिष्ठ सलाहकार योगिता स्वरूप, और यूएनडीपी इंडिया की प्रतिनिधि एंजेला लुसिगी सहित कई अन्य विशिष्टजन मौजूद रहे।