अनुभवात्मक शिक्षा से छात्रों में विकसित हुई व्यावहारिक समझ और नेतृत्व क्षमता
लखनऊ,संवाददाता : सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) स्टेशन रोड कैंपस के तत्वावधान में तीन दिवसीय एक्सपीरिएंशल लर्निंग प्रोजेक्ट (ईएलपी) कार्यक्रम का मंगलवार को एतिहासिक समापन हुआ। कार्यक्रम में जूनियर सेक्शन के छात्रों ने अपने ज्ञान, विश्लेषण क्षमता और रचनात्मक सोच का शानदार प्रदर्शन किया। पूरे विद्यालय परिसर को नवाचार और सीखने के उद्देश्य से जीवंत केंद्र के रूप में सजाया गया। ईएलपी कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को पुस्तकों तक सीमित न रखकर व्यावहारिक अनुभवों के माध्यम से शैक्षणिक अवधारणाओं को वास्तविक जीवन से जोड़ना है।

जूनियर सेक्शन को दी वास्तविक जीवन की सीख
20 दिसंबर को जूनियर सेक्शन के कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रार्थना के साथ हुआ। इसके पश्चात अभिभावकों ने भूगोल, रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीवविज्ञान से संबंधित विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया।

भूगोल स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। छात्रों ने वर्ष 2015 के नेपाल भूकंप पर लाइव न्यूज़ रिपोर्टिंग का प्रदर्शन किया। भूकंप के कारणों और प्रभावों का विश्लेषण कर छात्रों ने भूवैज्ञानिक घटनाओं की गहरी समझ प्रस्तुत की।

कक्षा सात की शहरीकरण पर केंद्रित प्रस्तुति
22 दिसंबर को कक्षा सातवीं के छात्रों ने “पर्यावरण पर शहरीकरण का प्रभाव” विषय पर प्रभावशाली मॉडल और चार्ट के माध्यम से प्रस्तुति दी। छात्रों ने वायु एवं जल प्रदूषण, जैव विविधता में कमी, प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव, जलवायु परिवर्तन तथा सतत शहरी विकास और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला।
छात्रों ने हरित क्षेत्रों और पर्यावरण-अनुकूल उपायों की आवश्यकता पर जोर देकर अभिभावकों को अत्यंत प्रभावित किया।

कक्षा छह की पर्यावरण और स्वास्थ्य में संतुलन की प्रस्तुतिः
23 दिसंबर को कक्षा छठी के छात्रों ने “हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य में संतुलन” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रदर्शनों में स्वच्छ वायु, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, पौष्टिक भोजन, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य तथा पर्यावरण असंतुलन के जनस्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को दर्शाया गया। छात्रों ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और संतुलित जीवनशैली मानव जीवन के लिए अनिवार्य है।

कार्यक्रम रहा सफल
तीनों दिनों तक चले इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्य, शिक्षकों और अभिभावकों ने छात्रों की आत्मविश्वास, टीमवर्क और संवाद कौशल की सराहना की। अभिभावकों ने कहा कि अनुभवात्मक शिक्षा ने बच्चों के लिए सीखने को रोचक और प्रभावी बना दिया है।

कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों से कहा कि ऐसे आयोजन विद्यालय और समाज के बीच संबंध मजबूत करने के साथ-साथ जागरूक और व्यवहारिक नागरिक तैयार करने में सहायक हैं।






















