डिजिटल सुरक्षा, बीमा योजनाएं और पेंशन जागरूकता के साथ प्रदेश के हर कोने तक पहुंचेगा बैंकिंग सेवा का लाभ
लखनऊ,संवाददाता : देशभर में एक जुलाई से शुरू हुए वित्तीय समावेशन संतृप्ति अभियान 2025 के तहत उत्तर प्रदेश की 57,702 ग्राम पंचायतों में बैंकों और सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। यह अभियान 30 सितंबर 2025 तक चलेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और वंचित समुदायों को सुरक्षित, समावेशी और जागरूक बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना है। लखनऊ में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (SLBC) के संयोजक और बैंक ऑफ बड़ौदा के अंचल प्रमुख श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि यह अभियान सिर्फ बैंकिंग सुविधाएं देने तक सीमित नहीं, बल्कि वित्तीय सशक्तिकरण, डिजिटल सुरक्षा, और योजनाओं की जानकारी देकर समाज के हर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
AI तकनीक से बढ़ेगी सुरक्षा, घटेगी धोखाधड़ी
श्री सिंह ने कहा कि फिशिंग ईमेल, फर्जी कॉल, और डिजिटल ठगी जैसे मामलों से ग्रामीणों को बचाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली जा रही है। लोगों को ओटीपी शेयर न करने, अज्ञात लिंक पर क्लिक न करने और अपने खातों को ‘मनी म्यूल’ के रूप में इस्तेमाल होने से रोकने की जानकारी दी जा रही है।
हर पंचायत में शिविर, हर नागरिक को मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया कि राज्य के प्रत्येक गांव में कम से कम एक शिविर आयोजित किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री जनधन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना के बारे में बताया जा रहा है। इन योजनाओं के माध्यम से आम नागरिक को बेहद कम प्रीमियम पर ₹2 लाख का बीमा कवर, गारंटीकृत पेंशन, और शून्य बैलेंस बैंक अकाउंट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
Money Mule: एक अदृश्य खतरे से सतर्कता
‘मनी म्यूल’ यानी वह व्यक्ति जिसका खाता धोखाधड़ी से कमाए गए धन को ट्रांसफर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि इस गंभीर विषय पर विशेष रूप से लोगों को सतर्क किया जाएगा और भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा डिफाल्टर खातों (DEAF) से जुड़ी पुनःप्राप्ति प्रक्रिया के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी।
अभियान के आंकड़ों में झलकती सफलता
श्री सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक: 9.81 करोड़ जनधन खाते खोले जा चुके हैं, 7.17 करोड़ सुरक्षा बीमा योजना में पंजीकृत, 2.58 करोड़ जीवन ज्योति बीमा योजना के लाभार्थी, 1.22 करोड़ अटल पेंशन योजना से जुड़े नागरिक
संवाद और सहभागिता का मंच बना अभियान
प्रेसवार्ता में पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) लखनऊ के निदेशक श्री दिलीप कुमार शुक्ल और बैंक ऑफ बड़ौदा की उप महाप्रबंधक श्रीमती निधि कुमार ने भी सहभागिता की और अभियान को सरकार, बैंकों और नागरिकों के बीच विश्वास और सहयोग का प्रतीक बताया।
आखिरी पंक्ति तक पहुंचता आर्थिक आत्मबल
यह अभियान केवल सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि एक ऐसा प्रेरणादायक प्रयास है, जिससे देश का अंतिम नागरिक भी वित्तीय रूप से सशक्त और डिजिटल रूप से सुरक्षित बन सके। बैंकिंग अब केवल सुविधा नहीं, बल्कि सशक्त भारत की नींव बन रही है।