मशीन के आने से मरीजों को केजीएमयू या निजी केंद्रों पर ईको जांच के लिए नहीं भटकना पड़ेगा
लखनऊ,संवाददाता : हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के बाद अब कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राजनारायण संयुक्त अस्पताल में भी दिल के मरीजों की ईको जांच जल्द शुरू हो सकेगी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत निजी कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई ईको प्रोब मशीन को लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी को सौंपा।
उपमुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “राज्य सरकार हर मरीज को गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए संकल्पित है। यह अच्छी बात है कि कार्पोरेट घराने भी इस प्रयास में सहयोग कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस मशीन के आने से दिल के मरीजों की सटीक जांच और इलाज की सुविधा लोकबंधु अस्पताल में उपलब्ध होगी।
डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया, “इस मशीन के आने से मरीजों को केजीएमयू या निजी केंद्रों पर ईको जांच के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। लोकबंधु अस्पताल में अब यह जांच पूरी तरह से निशुल्क की जाएगी, जबकि अन्य संस्थानों में इसके लिए अधिक शुल्क लिया जाता है।” हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि लोकबंधु अस्पताल में कॉर्डियोलॉजिस्ट के न होने के कारण ईको प्रोब मशीन का सही इस्तेमाल संभव नहीं होगा। लोकबंधु अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित ने कहा, “पीजीआई में कॉर्डियोलॉजी के प्रमुख डॉ. आदित्य कपूर और उनकी टीम से प्रशिक्षण प्राप्त कर डॉक्टर जल्द ही लोकबंधु में यह जांच शुरू कर देंगे।”