75 जिलों में चला संवाद अभियान, ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर दी भागीदारी
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित “समर्थ उत्तर प्रदेश–विकसित उत्तर प्रदेश @2047” अभियान में जनता की भागीदारी अभूतपूर्व रही है। अब तक 1.5 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 1 लाख से अधिक सुझाव ग्रामीण क्षेत्रों से आए हैं। कौशल विकास और रोजगारोन्मुखी शिक्षा ग्रामीण जनता की सबसे बड़ी मांग बनकर उभरी है। कानपुर देहात, जौनपुर और प्रतापगढ़ से सर्वाधिक सुझाव दर्ज किए गए हैं।
75 जिलों में चला संवाद अभियान
रविवार तक, प्रदेश के सभी 75 जनपदों में नोडल अधिकारियों एवं प्रबुद्ध नागरिकों ने दौरा कर जनता से सीधा संवाद किया। छात्रों, शिक्षकों, किसानों, व्यवसायियों, श्रमिक संगठनों और स्वयंसेवकों से सुझाव प्राप्त किए गए। अग्रणी जनपद: कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, जौनपुर, बलरामपुर, प्रतापगढ़ और फिरोजाबाद से अब तक 53,996 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं, जो अभियान की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
शिक्षा सबसे बड़ा मुद्दा, 50,000+ सुझाव
- शिक्षा: 50,000+ सुझाव
- ग्रामीण व नगरीय विकास: 25,000
- कृषि: 20,000+
- स्वास्थ्य: 15,000+
- समाज कल्याण: 15,000
प्रबुद्धजनों ने क्या कहा?
- अरुण कुमार द्विवेदी, दीपाली, वैशाली रैना आदि ने सुझाव दिया कि शिक्षा को कौशल विकास से जोड़ना ज़रूरी है।
- व्यावसायिक पाठ्यक्रम, ई-लर्निंग पोर्टल्स, और फ्री स्किल डेवेलपमेंट कोर्स की मांग ज़ोर पकड़ रही है।
- शहरी क्षेत्रों में निजी शिक्षा की बढ़ती लागत को लेकर चिंता जताई गई, साथ ही सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने पर बल दिया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की अपील
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे “विकसित भारत @2047” के सपने को साकार करने के लिए “विकसित उत्तर प्रदेश @2047” में अपना सक्रिय योगदान दें। योगी ने कहा: आपके सुझाव हमारे लिए मील का पत्थर हैं। कृपया अपने सुझाव QR कोड अथवा https://samarthuttarpradesh.up.gov.in पोर्टल के माध्यम से अवश्य दें
























