दूसरे पक्ष के लिए सत्ता पक्ष के नेता के इशारे पर पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप
लखनऊ: चिनहट कोतवाली के लॉकप में तीस वर्षीय व्यापारी मोहित पांडेय की हिरासत में मौत के मामले में परिवारजन शव लेकर विभूतिखंड स्थित मंत्री आवास पहुंचे। यहां मंत्री आवास के सामने सड़क पर शव रखकर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। सड़क पर परिवार की महिलाएं भी प्रदर्शन में शामिल रहीं। प्रदर्शनकारी आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मोहित के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने के साथ एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की है। बड़ी संख्या में मंत्री आवास के पास पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस परिवारजन को समझा कर हटाने का प्रयास कर रही है।
ये है मामला
चिनहट पुलिस की हिरासत में व्यापरी मोहित पांडेय की मौत हो गई थी। परिवारजन पुलिस पर पिटाई का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने शुक्रवार देर रात को व्यापारी व उसके भाई को कर्मचारी से रुपये के लेन-देन के विवाद में पकड़ा था। पुलिस ने व्यापारी व उसके भाई पर शांति भंग की कार्रवाई करते हुए हवालात में बंद कर दिया। व्यापारी की मौत की सूचना मिलते ही परिजन और करीबी लोहिया अस्पताल पहुंचे। जहां देर शाम सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें परिसर के अंदर किया। प्रदर्शनकारी इंस्पेक्टर और आरोपी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग कर रहे थे। वहीं देर रात इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी, आदेश समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई।
सपा नेता पूजा शुक्ला ने सड़क पर बैठकर किया प्रदर्शन: घटना से आक्रोशित सपा नेता पूजा शुक्ला भी प्रदर्शन में शामिल हुईं और उन्होंने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें किसी तरह काबू किया।