आत्मनिर्भर भारत की उड़ान को मिला नया आयाम
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास को देखने के लिए दिल्ली से आए रक्षा पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी लखनऊ का दौरा किया। इस दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और पीटीसी इंडस्ट्रीज लिमिटेड की उन्नत सुविधाओं का अवलोकन किया और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र में हो रही महत्वपूर्ण प्रगति को करीब से देखा।
एचएएल के सहायक उपकरण प्रभाग में स्वदेशी निर्माण क्षमताओं से हुए प्रभावित
दौरे की शुरुआत एचएएल के सहायक उपकरण प्रभाग से हुई, जहाँ रक्षा पत्रकारों ने विमानों, हेलीकॉप्टरों और इंजनों के लिए बन रहे 1400 से अधिक प्रकार के स्वदेशी सहायक उपकरणों की निर्माण प्रक्रिया को देखा। एचएएल अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को स्वदेशीकरण के तहत हो रहे नवाचारों और उत्पादन प्रक्रियाओं की जानकारी दी। पत्रकारों ने इस बात की सराहना की कि कैसे एचएएल भारत को रक्षा क्षेत्र में तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कर रहा है।
पीटीसी इंडस्ट्रीज: रक्षा औद्योगिक गलियारे का नया चमकता सितारा
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के लखनऊ नोड में 50 एकड़ में फैले पीटीसी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अत्याधुनिक विनिर्माण केंद्र का दौरा किया। यह कंपनी न केवल अत्याधुनिक तकनीक से युक्त है, बल्कि ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली के लिए टाइटेनियम पुर्जे और सामग्री की आपूर्ति में भी प्रमुख भूमिका निभा रही है। पीटीसी इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्री सचिन अग्रवाल ने पत्रकारों को संयंत्र की तकनीकी क्षमताओं, वैश्विक मानकों और भविष्य की विस्तार योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संयंत्र रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को एक ठोस आधार प्रदान कर रहा है।
रक्षा निर्माण में उत्तर प्रदेश की भूमिका सशक्त होती जा रही
इस मौके पर रक्षा पत्रकारों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रक्षा उत्पादन की दिशा में हो रहे कार्य सराहनीय हैं। पीटीसी और एचएएल जैसे संस्थानों की उपस्थिति से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों का फोकस इस क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनाने पर है। यह दौरा ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसी पहलों को जमीनी स्तर पर साकार होते देखने का एक सशक्त उदाहरण बना।