मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
लखनऊ, संवाददाता: भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में प्रदेश में विधानसभा एवं लोकसभा निर्वाचन की तैयारी को सुदृढ़ बनाने हेतु जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदाता सूची के त्रुटिरहित संधारण एवं पुनरीक्षण से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को राजधानी लखनऊ में राज्य के 28 जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा द्वारा व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण में आगरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, कानपुर नगर, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, फतेहपुर, बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं, अलीगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर एवं पीलीभीत जनपदों के डीएम/जिला निर्वाचन अधिकारियों ने सहभागिता की।

मतदाता सूची संधारण में गुणवत्ता पर विशेष बल
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रशिक्षण में शामिल अधिकारियों को निर्वाचन संबंधी विभिन्न प्रक्रियाओं, विशेषकर मतदाता सूची के अद्यतन, मतदेय स्थलों के पुनर्गठन, बीएलओ की नियुक्ति एवं मतदाता सूची सुधार संबंधी विधिक प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रत्येक मतदेय स्थल पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा सुनिश्चित करने, एक ही परिवार के सभी सदस्यों का नाम एक ही मतदान केंद्र पर दर्ज कराने तथा फॉर्म-6, 7 एवं 8 से संबंधित प्रक्रिया को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए।(
प्रौद्योगिकी आधारित प्रशिक्षण की नई पहल
यह पहला अवसर है जब जिला निर्वाचन अधिकारियों को भौतिक रूप से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप और वोटर हेल्पलाइन ऐप की कार्यप्रणाली को भी विस्तार से समझाया गया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आगामी मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मतदाता जागरूकता और राजनीतिक दलों के समन्वय पर जोर
प्रशिक्षण में यह भी निर्देशित किया गया कि बीएलओ नागरिकों से फॉर्म भरवाते समय सही जानकारी लें और मतदाता जागरूकता अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित करें। साथ ही, राजनीतिक दलों के साथ समन्वय बैठकों का आयोजन कर पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।गौरतलब है कि इससे पूर्व मेरठ एवं वाराणसी में भी इसी प्रकार के प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा चुके हैं। आयोग का उद्देश्य है कि प्रदेश की मतदाता सूची शुद्ध, अद्यतन एवं त्रुटिरहित रहे, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता और अधिक सुदृढ़ हो सके।