55 बसें फीडर रूटों पर चलाई जा रही हैं ताकि छोटे कस्बों और गांवों तक यात्री आसानी से पहुंच सकें
लखनऊ,संवाददाता : छठ पर्व शुरू हो चुका है, पूर्वांचल और बिहार जाने वालों की भारी भीड़ के बीच लखनऊ समेत तमाम जिलों के बस अड्डों पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। उप्र. राज्य सड़क परिवहन निगम ने 300 अतिरिक्त बसें लगाकर यात्रियों की सुविधा का दावा किया था, लेकिन भीड़ के सामने यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। यात्रियों की यह भीड़ दीपावली के बाद से ही लगातार जारी है।
बस ही नहीं, बस अड्डों पर टिकट काउंटर पर लंबी कतारें हैं । जहां एक ओर लोग किसी तरह घर पहुंचने की कोशिश में हैं, वहीं 28 अक्टूबर से वापसी यात्रा को लेकर भी लोंगों में चिंता बढ़ रही है। यात्रियों का कहना है कि अगर यह स्थिति अभी है, तो छठ के बाद लौटने पर और भी परेशानी हो सकती है। क्षेत्रीय प्रबंधक आर.के. त्रिपाठी ने बताया कि परिवहन निगम ने यात्रियों की सुविधा के लिए आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग और अवध बस अड्डों को विशेष केंद्र बनाया है। यहां से सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक हर आधे घंटे पर पूर्वांचल के लिए बसें रवाना की जा रही हैं। इसके बावजूद यात्रियों को घंटों बस का इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि छठ पूजा पूर्वांचल में बहुतायत से मनाया जाता है, इसलिए लखनऊ–गोरखपुर रूट पर सर्वाधिक दबाव को देखते हुए 60 अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं। वहीं बलिया में 40, देवरिया में 30, बहराइच-श्रावस्ती रूट पर 15 बसें, गाजीपुर में 25, कुशीनगर-महराजगंज में 20, बस्ती-गोंडा मे 30 और मऊ-आजमगढ़ रूट पर 25 बसें बढ़ाई गई है। साथ ही, 55 बसें फीडर रूटों पर चलाई जा रही हैं ताकि छोटे कस्बों और गांवों तक यात्री आसानी से पहुंच सकें।
























