गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों को इलाज के लिए मिलेगी एक लाख रुपये की सहायता
लखनऊ,संवाददाता : होली से पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षकों को बड़ी सौगात दी है। राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की नियमावली में संशोधन कर सरकार ने सहायता राशि में बढ़ोतरी की है। खासकर, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे शिक्षकों और मृतक शिक्षकों की बेटियों के लिए आर्थिक मदद को कई गुना बढ़ा दिया गया है।
सहायता राशि में बड़ा इजाफा
- गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों को अब तीन गुना अधिक धनराशि मिलेगी।
- मृतक शिक्षकों की बेटियों की शादी के लिए मिलने वाली राशि दस हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है।
- गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों के इलाज के लिए एक लाख रुपये की सहायता मिलेगी।
- मंत्री के अनुमोदन पर सात दिन के भीतर 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
- अतिरिक्त सहायता के लिए सक्षम अधिकारी का प्रमाणपत्र अनिवार्य होगा।
ऑनलाइन आवेदन और पोर्टल की सुविधा
इस योजना के तहत शिक्षकों और उनके आश्रितों को सहायता के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए एक विशेष पोर्टल बनाया जाएगा, जहां सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
शिक्षक दिवस पर 100 रुपये सहयोग राशि का प्रस्ताव
गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों और उनकी आश्रित बेटियों की आर्थिक सहायता के लिए शिक्षक दिवस पर शिक्षकों से 100 रुपये सहयोग राशि लेने का प्रस्ताव रखा गया है। इस पर अंतिम फैसला शिक्षक संगठनों से बैठक के बाद लिया जाएगा।
झंडा शुल्क में बदलाव
सरकार ने कक्षा एक से आठ तक के छात्रों से लिए जाने वाले झंडा शुल्क को दो रुपये से बढ़ाकर पांच रुपये कर दिया है, जबकि कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों के लिए यह शुल्क दस रुपये कर दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के हजारों शिक्षकों को लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी।