कानूनी ढांचा बनाये जाने के लिए कई मोर्चों पर विचार मंथन किया जा रहा
नयी दिल्ली, संवाददाताः केंद्र सरकार एआई की नई चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है। सरकार ने बुधवार को कहा कि आर्टिफीशियल इन्टेलीजेंस (एआई) के प्रयोग से सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़, फेक नैरेटिव की चुनौती से निपटने के लिए देश में आठ तरह से तकनीकी टूल्स विकसित किये जा रहे हैं जो एआई के प्रयोग को पहचान सकेंगे। रेल, इलैक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एआई के बारे में सवालों के जवाब में कहा कि एआई के प्रयोग से कई प्रकार की चुनौतियां समाज के समक्ष पेश आ रही हैं। फेक न्यूज़, फेक नैरेटिव जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए कानूनी ढांचा बनाये जाने के लिए कई मोर्चों पर विचार मंथन किया जा रहा है। एक वास्तविक न्यूज़ नेटवर्क हो, यह भी सोचा जा रहा है। जहां तक इसके नियामक तंत्र को बनाये जाने की बात है, वह सर्वसम्मति से ही किया जाना चाहिए।
आठ टूल्स के माध्यम से एआई की चुनौती से निपटेंगे: वैष्णव
नई दिल्ली: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि सरकार आठ प्रमुख टूल्स के माध्यम से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की चुनौती से निपटने की योजना बना रही है। उन्होंने बताया कि इन टूल्स का उद्देश्य एआई के प्रभावों को समझना और उनसे जुड़े जोखिमों को कम करना है, ताकि इसका सकारात्मक इस्तेमाल किया जा सके। मंत्री ने यह भी कहा कि तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज पर इसके प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया जाएगा।