भीड़ ने पत्थरबाजी की और दो जेसीबी मशीनों समेत कई वाहनों को कर दिया आग के हवाले
नागपुर,संवाददाता : महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में सोमवार रात धार्मिक ग्रंथ जलाने की अफवाह के बाद हिंसा भड़क उठी। घटना रात करीब 8:30 बजे की है, जब भीड़ ने पत्थरबाजी की और दो जेसीबी मशीनों समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि एक फायर कर्मी भी जख्मी हुआ है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना के बाद शांति बनाए रखने की अपील की और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी। उन्होंने पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया और अब तक 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है।
डीसीपी अर्चित चांडक ने बताया कि यह घटना कुछ गलतफहमियों के कारण हुई। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और पुलिस बल पूरे इलाके में तैनात है। उन्होंने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी और नागपुरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अफवाहों के कारण हुआ और यह शांति का प्रतीक शहर है, जो हमेशा सद्भाव और एकता के लिए जाना जाता है। यह हिंसा उस वक्त भड़की जब यह अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के विरोध में बजरंग दल ने पवित्र कुरान को जलाया। हालांकि बजरंग दल ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि उनका विरोध केवल औरंगजेब के पुतले को जलाने तक सीमित था।