पायलट के सूझबूझ से टला हादसा, बची यात्रियों की जान
नयी दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वायु सेना के दो रणबांकुरों को शौर्य चक्र और छह को वायु सेना पदक (वीरता ) से सम्मानित करेंगी। विंग कमांडर कियाने पिछले वर्ष 24 जुलाई को जब जगुआर लड़ाकू विमान उडा रहे थे तो इसके दोनों इंजन में खराबी आ गयी। इस तरह की स्थिति आम तौर पर कभी नहीं होती। पायलट ने संयम और विवेक तथा हिम्मत का परिचय देते हुए पहले बाएं इंजन को बंद कर दायें इंजन पर विमान को उतारने का प्रयास किया।
जब उनका विमान 2500 फुट की ऊंचाई पर गोरखपुर में गहन आबादी वाले इलाके में था तो यह इंजन बंद हो गया इस पर पायलट ने सूझ बूझ का परिचय देते हुए बाएं इंजन को चालू करने में सफलता हासिल की और विमान को आबादी से दूर ले गये। वह अपने कौशल से राष्ट्रीय संपत्ति विमान के साथ-साथ जमीन पर जान माल के नुकसान को बचाने में सफल रहे।
स्कवाड्रन लीडर दीपक कुमार पिछले वर्ष 25 अगस्त की रात में प्रशिक्षु पायलट के साथ किरण विमान की प्रशिक्षण उडान पर थे। विमान के एक पक्षी से टकराने के कारण उसके इंजन में आग लग गयी। स्क्वाड्रन लीडर कुमार ने अपने कौशल और सूझ बूझ का परिचय देते हुए न केवल राष्ट्रीय संपत्ति विमान को सुरक्षित रनवे पर उतारा बल्कि जान माल के नुकसान को भी बचाया।
इनको मिलेगा सम्मानः
वायु सेना के पायलट, विंग कमांडर वी डी कियाने और पायलट, स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा पायलट, विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधु,पायलट, विंग कमांडर आनंद विनायक आगाशे , पायलट , स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर , फ्लाइट गनर, सार्जेंट अश्विनी कुमार , गरूड़ कमांडो, जूनियर वारंट अफसर विकास राघव और पायलट, विंग कमांडर अक्षय अरूण महाले को वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।