लखनऊ में व्यापारियों ने दारुलसफा से लालबाग तक पैदल निकाला मार्च
लखनऊ,संवाददाता : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के समर्थन में आए तुर्किए और अज़रबैजान के खिलाफ देशभर के व्यापारी संगठनों में तीखी नाराज़गी देखने को मिल रही है। दिल्ली से लखनऊ तक व्यापारियों ने प्रदर्शन कर दोनों देशों के साथ सभी तरह के व्यापारिक संबंध समाप्त करने की घोषणा की है।
व्यापक विरोध और बहिष्कार का ऐलान
व्यापारिक संगठनों ने साफ कर दिया है कि अब तुर्किए और अज़रबैजान से न कोई आयात होगा और न ही निर्यात। विशेष रूप से ज्वेलरी, कपड़ा, फल, मार्बल और पर्यटन क्षेत्र के व्यापारी इस निर्णय में सबसे आगे हैं।
दिल्ली में कैट की नेशनल कॉन्फ्रेंस
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से दिल्ली में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस में संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया। इसमें तुर्की और अज़रबैजान के साथ तत्काल व्यापार समाप्त करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया, महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित अनेक राज्यों के व्यापारी नेता इसमें शामिल हुए।
लखनऊ में पैदल मार्च और जोरदार प्रदर्शन
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले लखनऊ में व्यापारियों ने दारुलसफा से लालबाग तक पैदल मार्च निकाला और तुर्किए-अज़रबैजान के खिलाफ नारेबाजी की। राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल ने कहा,
“तुर्की को भूकंप में मदद करने वाला भारत आज उसी देश की दुश्मनी झेल रहा है। ऐसे में व्यापार संबंध खत्म करना ही राष्ट्रधर्म है।”
व्यापारी नेताओं की सख्त प्रतिक्रियाएं:
- अनुराग रस्तोगी, (नॉर्थ इंडिया हेड, IBJA): “तुर्की की ज्वेलरी को स्टॉक में न रखें, न शो करें। नए ऑर्डर नहीं दिए जाएंगे।”
- आदीश जैन, (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चौक सर्राफा बाजार): “तुर्की की ज्वेलरी अब बाजार से गायब होने लगी है।”
- बनवारी लाल कंछल, (प्रांतीय अध्यक्ष, उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल): “आतंकी समर्थक देशों से व्यापारी किसी भी तरह का संबंध नहीं रखेंगे।”
- प्रभु जालान, (उपाध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल): “कपड़ा कारोबार पूरी तरह बंद, पुराने ऑर्डर भी रद्द किए जा रहे हैं।”
- अमरनाथ मिश्र, (अध्यक्ष, लखनऊ व्यापार मंडल): “सरकार तुरंत आयात-निर्यात पर रोक लगाए। व्यापारी सबक सिखाने को तैयार हैं।”
आईबीजेए की एडवाइजरी जारी
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन ने अपने सभी सदस्यों को तुर्की की ज्वेलरी से दूर रहने की सलाह दी है। स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी तुर्की का सामान शोरूम में न रखा जाए और न ही ग्राहक को दिखाया जाए।
राष्ट्रहित में एकजुटता
व्यापारियों ने यह भी कहा कि यह निर्णय राजनीतिक नहीं, बल्कि राष्ट्रहित और देश की सुरक्षा भावना से प्रेरित है। अब व्यापारी आतंकवाद के समर्थन में खड़े किसी भी देश के साथ व्यापार नहीं करेंगे।