50 दिनों में शांति समझौता नहीं हुआ तो रूस पर लगाए जाएंगे आर्थिक प्रतिबंध
वाशिंगटन : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर वह सत्ता में लौटते हैं, तो नाटो देशों के माध्यम से यूक्रेन को उच्च स्तरीय हथियारों की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने रूस को सख्त चेतावनी दी कि यदि अगले 50 दिनों में युद्धविराम या शांति समझौता नहीं हुआ, तो वह रूस पर भारी टैरिफ (आर्थिक प्रतिबंध) लगाएंगे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, रूस को अब यह समझ लेना चाहिए कि अमेरिका अब निष्क्रिय नहीं रहेगा। यदि उन्होंने शांति के प्रयास नहीं किए, तो हम उन पर ऐसी आर्थिक चोट करेंगे जो पहले कभी नहीं देखी गई।
नाटो देशों को किया एकजुट होने का आग्रह
ट्रम्प ने यह भी कहा कि वे नाटो देशों के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं ताकि यूक्रेन को आधुनिक हथियार, मिसाइल सिस्टम और ड्रोन उपलब्ध कराए जा सकें। उन्होंने कहा कि यह समर्थन केवल हथियारों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि खुफिया जानकारी, तकनीकी सहायता और रणनीतिक समर्थन भी दिया जाएगा।
डेमोक्रेट्स पर कसा तंज
रैली के दौरान ट्रम्प ने मौजूदा बाइडन प्रशासन पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट सरकार की कमजोर विदेश नीति के चलते ही रूस को यूक्रेन पर हमला करने का हौसला मिला। उन्होंने दावा किया कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध शुरू ही नहीं होता।
रूस-यूक्रेन युद्ध : पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध फरवरी 2022 में शुरू हुआ था और तब से अब तक यह टकराव लाखों जानें ले चुका है और यूरोप को आर्थिक रूप से झकझोर चुका है। अमेरिका और यूरोपीय देश यूक्रेन को लगातार सैन्य और आर्थिक मदद देते रहे हैं, लेकिन ट्रम्प का रुख अब तक इस मुद्दे पर स्पष्ट नहीं था। इस नए बयान से उनकी विदेश नीति के इरादों की झलक मिलती है।