अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्को रुबियो भी इस वार्ता में शामिल नहीं होंगे
दिल्ली,संवाददाता : रूस और यूक्रेन के बीच गुरुवार को शांति वार्ता होने वाली थी, पर वो शांति वार्ता आज, शुक्रवार, 16 मई को होगी। तीन साल में यह पहला मौका होगा जब दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत होगी। इससे पहले शांति के विषय में दोनों पक्षों के बीच मार्च, 2022 में आमने-सामने की बातचीत हुई थी। यह बातचीत युद्ध शुरू होने के करीब एक महीने के भीतर ही हुई थी। 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुए युद्ध को रोकने के लिए दोनों देशों में सीधी बातचीत काफी ज़रूरी है, लेकिन इससे कम ही उम्मीदें हैं।
अधरझूल में रूस-यूक्रेन सीज़फायर
तुर्की के इस्तांबुल में आज रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता होगी। लेकिन दोनों देशों के बीच सीज़फायर की संभावना अधरझूल में है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही इस मीटिंग में आने से मना कर दिया था और इसी वजह से यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने भी अब इस मीटिंग से किनारा कर लिया है।
दोनों देशों ने भेजा प्रतिनिधिमंडल
रूस की तरफ से इस शांति वार्ता में प्रतिनिधिमंडल के तौर पर पुतिन के सलाहकार व्लादिमीर मेडिंस्की और उप रक्षा मंत्री एलेक्डज़ेर फोमिन शामिल होंगे। वहीं यूक्रेन की तरफ से रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल जाएगा।
रुबियो को नहीं है सीज़फायर की उम्मीद
अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्को रुबियो भी इस वार्ता में शामिल नहीं होंगे। हालांकि रुबियो को इस बात की उम्मीद नहीं है कि दोनों देशों के बीच शांति वार्ता से सीज़फायर होगा। रुबियो का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को इस मामले में दखल देना होगा, तभी दोनों देशों के बीच सीज़फायर संभव है।