घटना सहायता वितरण केंद्र से लगभग एक किलोमीटर दूर हुई
गाज़ा : गाज़ा पट्टी में सोमवार तड़के उस समय अफरा-तफरी मच गई जब इजराइली सेना ने सहायता केंद्र की ओर जा रहे लोगों पर गोलीबारी कर दी। इस घटना में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। चश्मदीदों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की। इजराइली सेना ने दावा किया कि उसने उन ‘संदिग्धों’ पर चेतावनी स्वरूप गोलीबारी की, जो सैनिकों की ओर बढ़ रहे थे। सेना के अनुसार, यह घटना सहायता वितरण केंद्र से लगभग एक किलोमीटर दूर हुई और जब गोलीबारी हुई, उस वक्त केंद्र बंद था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोलीबारी उसी स्थान पर हुई जहां एक दिन पहले भीड़ पर गोली चलाई गई थी। यह भीड़ इज़राइल-अमेरिका समर्थित ‘गाज़ा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ द्वारा संचालित सहायता केंद्र की ओर बढ़ रही थी। इसी दिन जबालिया शरणार्थी शिविर पर एक इजराइली हवाई हमले में 14 लोग मारे गए, जिनमें पांच महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं। यह जानकारी शिफा और अल-अहली अस्पतालों ने दी है। इजराइली सेना ने कहा कि उसने “आतंकवादी ठिकानों” को निशाना बनाया, हालांकि उसने ठोस विवरण साझा नहीं किया।
सोमवार को ही वेस्ट बैंक के सिंजिल गांव में इजराइली सेना की गोली से एक 14 वर्षीय फलस्तीनी लड़के की मौत हो गई। सेना का दावा है कि लड़के ने सैनिकों पर खतरनाक पदार्थ से भरी बोतलें फेंकी थीं, जिसके जवाब में गोलीबारी की गई। इजराइली सेना का कहना है कि वह केवल चरमपंथियों को निशाना बनाती है और नागरिकों को नुकसान से बचने की कोशिश करती है। लेकिन, हालिया घटनाएं मानवाधिकार संगठनों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा रही हैं।