उत्तर प्रदेश में शोहदे तो पुलिस के एनकाउंटर से भी नहीं डरते, कानून-व्यवस्था को भी दिखा रहे ठेंगा, कहां लापता है एंटी रोमियों टीम
बहराइच: उत्तर प्रदेश में शोहदों के हौसले बुलंद हैं। एंटी रोगियों टीम न जाने कहां लापता है। बहराइच के नानपारा इलाके में छेड़खानी के विरोध में बेखौफ शोहदों ने दिनदहाड़े दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। तीन युवतियों को बीच सड़क दौड़ा-दौड़ाकर इसकदर पीटा कि तीनों अस्पताल पहुंच गईं, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। युवतियों का क़सूर बस इतना था कि दिन में बाज़ार में ख़रीदारी करने गईं थीं। तभी शोहदों ने फ़ब्तियां कसीं। विरोध पर हाथ पकड़ छेड़खानी शुरू कर दीं। युवतियों ने साहस दिखाकर विरोध किया तो लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। जिससे वह लहूलुहान हो गईं। तीनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, अभी तक शोहदों को पुलिस नहीं पकड़ सकी है।
शोहदों का खौफ इतना कि भरे बाज़ार छेड़ते रहे, पीटते रहे, बचाने कोई नहीं आया…शोहदों का इसकदर है कि तीन युवतियों को भरे बाज़ार छेड़ते रहे, लाठी-डंडों से पीटते रहे, युवतियां चिल्ला-चिल्लाकर लोगों से बचाने की गुहार लगातीं रहीं, लेकिन डर के मारे कोई भी साहस नहीं जुटा सका।
अंबेडकरनगर की घटना से भी नहीं लिया सबक..अंबेडकरनगर में कुछ महीने पहले ही शोहदों ने बीच सड़क छात्रा का दुपट्टा खींचकर उसे सड़क पर गिराया और एक वाहन की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना उदाहरण के तौर पर महज बानगीभर है। छेड़खानी की न जाने कितनी घटनाओं को शोहदे अंजाम दे चुके हैं। अगर पुलिस अंबेडकरनगर की घटना का ठीक से संज्ञान लेकर शोहदों पर कार्रवाई की मिसाल पेश करती तो शायद दोबारा घटना की पुनरावृत्ति करने की कोई साहस न जुटा पाता।